Lok Sabha Elections 2019: दिल्ली में पहली बार 1 लाख नौजवान डालेंगे वोट

Tuesday, Mar 12, 2019 - 11:13 AM (IST)

नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): 2019 के चुनावी समर में दिल्ली में पहली बार करीब 1 लाख नौजवान वोट डालने जा रहे हैं। 18 जनवरी 2019 तक 18 साल से 19 साल के मतदाताओं की संख्या 97,684 थी। अभी तक करीब 90,000 मतदाताओं की अर्जियां प्रक्रिया में हैं। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) रणबीर सिंह ने सोमवार को बताया कि पिछले दो महीने में करीब दो लाख मतदाता सूची में शामिल हुए, जिससे मौजूदा समय में मतदाताओं की संख्या 1.39 करोड़ पहुंच गई है। सीईओ ने पहली बार मतदाता बनने वालों और जिनका नाम सूची में नहीं है, उन्हें जल्द से जल्द फॉर्म 6 भरने को कहा है। उन्होंने कहा कि 12 अप्रैल तक यदि किसी का फॉर्म भर जाता है, तो वह वोट डाल सकता है। मतदाता सूची में नाम जुड़वाने वाले यदि मार्च में पूरी प्रक्रिया कर लेंगे, तो ज्यादा बेहतर होगा।



सीईओ ने बताया कि 18 जनवरी तक दिल्ली की मतदाता सूची में मतदाताओं की कुल संख्या 1,36,95,291 थी। इसमें अब तक करीब 2 लाख मतदाता बढ़े हैं। पुरुष मतदाता की संख्या 76,61,680 और महिला मतदाता की संख्या 62,35,814 है, जबकि तीसरे लिंग के मतदाताओं की संख्या 647 हैं। रणबीर सिंह ने बताया कि दिल्ली में 7 लोकसभा क्षेत्र हैं, जिसमें 1 सुरक्षित सीट है। दिल्ली में 13,816 पोलिंग स्टेशन हैं। सातों लोकसभा क्षेत्रों में कुल 2696 पोलिंग स्टेशन हैं। चुनाव के लिए 34,953 बैलेट यूनिट, 19,002 कंट्रोल यूनिट व 20,435 वीवीपैट का प्रबंध किया है।

दिल्ली में 2 करोड़ के करीब पहुंची आबादी
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली की आबादी करीब 2 करोड़ तक पहुंच गई है। 2019 में यह लगभग 1.97 करोड़ है, जबकि 2011 में यह लगभग 1.67 करोड़ थी। सीईओ रणबीर ने बताया कि 2009 के लोकसभा चुनाव में 1.11 करोड़ मतदाता, 2013 के विधानसभा चुनाव में 1.19 करोड़ मतदाता, 2014 के लोकसभा चुनाव में 1.27 करोड़ मतदाता, 2015 के विधानसभा चुनाव में 1.33 करोड़ मतदाताओं ने वोट किया। 

वोट काटे जाने के दावे खारिज
दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं का आरोप है कि भाजपा ने लाखों की तादाद में वोट कटवाएं हैं। इसकी शिकायत चुनाव आयोग में की है। नागरिकों को फोन के जरिए भी बताया जा रहा है कि उनके वोट भाजपा ने कटवा दिए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल वोट जुड़वा रहे हैं। इस पर सीईओ ने साफ किया कि वोट काटने और जुड़वाने की निर्धारित प्रक्रिया है। क्षेत्र में बूथ लेवल अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। पूरी जानकारी जुटाने के बाद ही वोट जुड़ते और कटते हैं। कोई राजनीतिक दल क्या आरोप किस पर लगाता है, इससे आयोग को सरोकार नहीं है। रणबीर सिंह ने बताया कि जिन लोगों के पास फोन कॉल्स जा रहे हैं, उसकी जांच पुलिस कर रही है। रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई होगी।

Anil dev

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