लोकसभा चुनाव 2019ः पिता-पुत्र की दो जोड़ी हारी, एक जीती, मां-बेटे भी जीते

Friday, May 24, 2019 - 08:11 PM (IST)

नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव में इस बार जहां पिता-पुत्र की दो जोड़यिों को हार का सामना करना पड़ा जबकि एक जोड़ी जीतने में कामयाब रही वहीं मतदाताओं ने मां-बेटों की जोड़यिों को विजयी बनाकर कर संसद भेजा है। सत्रहवीं लोकसभा चुनाव के गुरूवार को आये परिणामों में उत्तर प्रदेश , हरियाणा और कर्नाटक से संसद में जाने के लिए मैदान में उतरे पिता-पुत्रों और एक ही परिवार के सदस्यों को हार का मुंह देखना पड़ा है जबकि उत्तर प्रदेश में मां-बेटों की जोड़ी के सिर जीत का सेहरा बंधा है। उत्तर प्रदेश में ही पिता-पुत्र की एक जोड़ी को जीत हासिल हुई है।

हरियाणा से भूपेंद्र हुड्डा- दीपेंद्र हुड्डा हारे
हरियाणा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को सोनीपत तथा उनके पुत्र दीपेन्द्र हुड्डा को रोहतक से हार मिली है। श्री भूपेन्द्र हुड्डा 1991,96, 98 और 2004 में रोहतक लोकसभा सीट से सांसद रहे। वह वर्ष 2005 और फिर 2009 में दो बार हरियाणा के मुख्यमंत्री भी रहे। मौजूदा चुनाव में उन्हें भारतीय जनता पार्टी के रमेश कौशिक ने हराया। हुड्डा के पुत्र दीपेन्द्र हुड्डा को भी इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें रोहतक सीट से भाजपा के अरविंद शर्मा ने हराया। दीपेन्द्र हुड्डा रोहतक सीट से चौथी बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे थे। इससे पहले वह 2005, 09 और 2014 में इस सीट से सांसद रह चुके हैं। 

यूपी में अजित चौधरी-जयंत चौधरी हारे
उत्तर प्रदेश में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पुत्र और पूर्व केन्द्रीय अजीत सिंह तथा उनके बेटे जयंत चौधरी को भी हार का सामना करना पड़ा है। राष्ट्रीय लोकदल के टिकट पर उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर सीट से चुनाव मैदान में उतरे श्री अजीत सिंह को भाजपा के संजीव बालियान के हाथों हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने 1989,91,96,98,99 ,2004 और 2009 में सात बार लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। 

जयंत चौधरी को बागपत सीट पर केन्द्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार सत्यपाल सिंह के हाथों हार मिली है। वह 2009 में मथुरा सीट से लोकसभा के लिए चुने गये थे। इसके बाद उन्हें 2014 में लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव और उनके पुत्र अखिलेश यादव क्रमश मैनपुरी और आजमगढ से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं।       

कर्नाटक में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा भी हारे
कर्नाटक में पूर्व प्रधानमंत्री और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच डी देवेगौड़ा तथा उनके पौत्र निखिल कुमारस्वामी को भी हार का सामना करना पड़ा है। देवेगौड़ा को तुमकुर सीट पर भाजपा के जी बासवाराज के हाथों हार मिली है जबकि कुमारस्वामी को निर्दलीय सुमालता अम्बरीष के हाथों मांड्या सीट पर हार मिली है। 

मेनका-वरुण पहुंचे संसद
उत्तर प्रदेश में मां-बेटे की जोड़ी ने जीत दर्ज कर दोबारा संसद में जगह बनायी है। केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी और उनके पुत्र वरूण गांधी ने उत्तर प्रदेश में क्रमश सुलतानपुर और पीलीभीत से जीत हासिल की है। मेनका 1989,96,98,99,2004,09,14 और 2019 में आठ बार लोकसभा के लिए चुनी गयी हैं। वरुण गांधी 2009, 14 और 2019 में तीन बार लोकसभा सांसद चुने गये हैं। 

सोनिया गांधी जीती, राहुल गांधी अमेठी से हारे
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी तथा उनके पुत्र राहुल गांधी ने भी लोकसभा चुनाव जीतकर संसद में प्रवेश किया है। गांधी ने रायबरेली और गांधी ने केरल की वायनाड सीट से जीत दर्ज की है लेकिन वह उत्तर प्रदेश की अपनी परंपरागत अमेठी सीट से हार गये। सोनिया गांधी पांच बार लोकसभा सांसद रह चुकी हैं, जबकि गांधी चौथी बार लोकसभा सदस्य बने हैं।

पूर्व केन्द्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ ने भी लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की है। वह कांग्रेस के टिकट पर मध्य प्रदेश की छिंदवाडा सीट से जीते हैं। इससे पहले कमलनाथ ने भी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी।
       

 

Yaspal

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