राहुल गांधी की टिप्पणी पर हर्षवर्धन के बयान से लोकसभा में हंगामा, बैठक दिनभर के लिए स्थगित

Friday, Feb 07, 2020 - 03:30 PM (IST)

नई दिल्ली: लोकसभा में शुक्रवार को उस समय हंगामेदार स्थिति बन गयी जब स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक विवादास्पद बयान की आलोचना करते हुए उसे अजीबोगरीब करार दिया। इस पर कांग्रेस के एक सदस्य के मंत्री के पास आकर विरोध दर्ज कराने के तरीके को सरकार ने अत्यंत निंदनीय करार दिया। इस मुद्दे पर हंगामे के कारण सदन की बैठक दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे फिर शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गयी। सदन में प्रश्नकाल के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राहुल गांधी को चिकित्सा महाविद्यालयों की स्थापना से संबंधित उनका पूरक प्रश्न पूछने को कहा। इसका जवाब देने के लिए जब हर्षवर्धन खड़े हुए तो उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के प्रश्न का उत्तर देने से पहले वह प्रधानमंत्री के खिलाफ कांग्रेस नेता की एक टिप्पणी पर बयान देना चाहेंगे जिसमें उन्होंने कहा था, छह महीने बाद देश के युवा प्रधानमंत्री को डंडे मारेंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, राहुल गांधी के पिता भी देश के प्रधानमंत्री थे। और हमारी पार्टी के नेताओं ने बदतर स्थिति में भी उनके (राजीव गांधी) खिलाफ ऐसे अजीबोगरीब व्यक्तिगत बयान कभी नहीं दिये। पूरे सदन को स्पष्ट शब्दों में प्रधानमंत्री के खिलाफ गांधी के शब्दों की कड़ी निंदा करनी चाहिए।

इसी दौरान कांग्रेस के सदस्य जोरदार तरीके से विरोध दर्ज कराने लगे और पार्टी सदस्य मणिकम टैगोर सत्ता पक्ष की अग्रिम पंक्ति के पास पहुंच गए और दूसरी पंक्ति में जवाब दे रहे हर्षवर्धन के ठीक सामने पहुंचकर आक्रामक अंदाज में उन्हें हाथ दिखाने लगे। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष को स्वास्थ्य मंत्री को कुछ टोकते सुना गया। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री एक पर्चा पढ़कर बयान देते रहे। इस दौरान उत्तर प्रदेश से भाजपा सदस्य ब्रजभूषण शरण सिंह आगे की तरफ आ गए और टैगोर को पकड़कर पीछे की ओर ले गये। दोनों सदस्यों के बीच कुछ पल की कहासुनी भी देखी गयी। हालांकि बीच-बचाव के लिए महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी सहित कई मंत्री और भाजपा सदस्य आगे की तरफ पहुंच गये। केरल से कांग्रेस सदस्य हिबी इडेन को भी बीच-बचाव का प्रयास करते हुए देखा गया। सदन में हंगामे की स्थिति बन गयी और अध्यक्ष बिरला ने करीब दोपहर 11:50 बजे सदन की बैठक दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी। सदन की बैठक एक बजे पुन: शुरू होने पर स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही। राहुल गांधी कुछ कहने के लिए अपने स्थान पर खड़े हुए लेकिन भाजपा सदस्यों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। इस पर सत्ता पक्ष एवं विपक्षी सदस्यों के बीच नोकझोंक शुरू हो गयी और हंगामे के बीच पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। 



दोपहर दो बजे सदन की बैठक शुरू हुई तो संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सदन में कांग्रेस सदस्य टैगोर के व्यवहार की निंदा करते हुए इसे अनुचित बताया। जोशी ने कहा, उन्होंने (कांग्रेस सांसद ने) आकर मंत्री के कागज छीनने का प्रयास किया। अगर कोई भी बात (मंत्री की) गलत लगी है तो उस पर निर्णय लेने का अधिकार लोकसभा अध्यक्ष को है। मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सांसद ने हर्षवर्धन के पास आकर हमले का प्रयास किया जो अत्यंत निंदनीय है। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने बुधवार को दिल्ली की एक चुनावी सभा में बढ़ती बेरोजगारी का जिक्र करते हुए कहा था कि देश में ऐसे हालात हैं कि च्च्छह महीने बाद, सात-आठ महीने बाद हिंदुस्तान के युवा प्रधानमंत्री को डंडे मारेंगे, समझा देंगे कि युवाओं को रोजगार दिये बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता है। राहुल के इस बयान पर गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि वह सूर्य नमस्कारों की संख्या बढ़ा देंगे ताकि उनकी पीठ डंडों के वार सह सके। 

Anil dev

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