उलझा रही कोरोना की यह गुप्त चाल , दस राज्यों के 67 फीसदी मरीजों में नहीं दिखे लक्षण

Tuesday, Apr 21, 2020 - 02:19 PM (IST)

नेशनल डेस्कः देश में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 18 हजार के पार पहुंच चुकी है। आंकड़ों के मुताबिक देश में संक्रमितों की संख्या 18600 हैं जिनमें से एक्टिव केस 14759 है, 590 लोगों की मौत हो चुकी है और 3251 मरीज ठीक हुए हैं। वहीं कोरोना को लेकर चौंकाने वाले बात सामने आई है। देश के दस प्रमुख राज्यों में अब तक मिले कुल संक्रमितों में से औसतन 67 फीसदी ऐसे हैं, जिनकी कोरोना जांच की रिपोर्ट तो पॉजिटिव आई, लेकिन उनमें वायरस के कोई लक्षण नहीं थे।

कम उम्र के एसिम्पटोमैटिक मरीज ज्यादा 
 विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादातर एसिम्पटोमैटिक मरीजों की उम्र 20 से 45 साल के बीच है। कम उम्र में प्रतिरोधक कोशिकाओं की अधिक मौजूदगी उनमें लक्षण नहीं उभरने की मुख्य वजह हो सकती है। यही नहीं, प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाएं लेने वाले बुजुर्गों में भी शुरुआती स्तर में लक्षण नहीं दिखते।
 

आइसोलेशन में भेजना बेहद जरूरी
विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस के ये छिपे वाहक अनजाने में बड़े पैमाने पर अपने संपर्क में आने वाले लोगों में संक्रमण फैला रहे हैं। इसलिए रैपिड या पूल जांच के जरिए इनकी पहचान करना और आइसोलेशन में भेजना बेहद जरूरी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना से संक्रमित मरीज की उम्र, प्रतिरोधक क्षमता और वायरल लोड (खून में वायरस की संख्या) तय करता है कि उसमें वायरस के लक्षण दिखाई देंगे या नहीं। 

राजधानी में 25900 लोगों की कोरोना जांच की गई
आंकड़ों के अनुसार राजधानी में 25900 लोगों की कोरोना जांच की गई है। इसमें 19965 सरकारी और 6335 निजी लैबों में की गई है। सरकारी लैब्स में जो जांच की गई हैं उनमें 1820 पाजिटिव आई हैं। निजी लैब्स में 261 मामलों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। सरकारी लैब्स की 15181 और निजी की 5531 रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं। इस प्रकार कुल नमूनों में से 20712 की रिपोर्ट आ चुकी है। अभी 2711 नमूनों की जांच रिपोर्ट आनी है जिसमें 2189 सरकारी और 522 निजी लैब्स में लंबित है। दूसरी तरफ महाराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या चार हजार के पार चली गई है।

Anil dev

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