देश को कई चीजों की जरूरत पर हमारे पास सीमित समय है :सीजेआई

Thursday, Mar 07, 2019 - 12:10 AM (IST)

नई दिल्लीः प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगाई ने राजनीतिक रूप से संवेदनशील--अयोध्या और राफेल--मामलों की सुनवाई के बाद अदालत की कार्रवाई खत्म होने से पहले कहा कि देश को लड़ाकू विमानों की जरूरत है। देश को शिक्षकों की जरूरत है। देश को बहुत सारी चीजों की जरूरत है, लेकिन हमारे पास सीमित समय है।

न्यायमूर्ति गोगोई ने यह टिप्पणी तब की जब एक वकील ने राफेल मामले की सुनवाई 14 मार्च तक स्थगति करने से पहले दिन के आखिर में शिक्षकों की भर्ती के मामले का उल्लेख करने की कोशिश की। प्रधान न्यायाधीश बुधवार को तीन अलग-अलग पीठों में अन्य न्यायाधीशों के साथ बैठे।

जस्टिस सीकरी का आज था आखिरी दिन
न्यायमूर्ति गोगोई पहले उस पीठ के साथ बैठे जिसमें न्यायमूर्ति ए के सीकरी और न्यायमूर्ति एस ए बोबडे शामिल थे। न्यायमूर्ति सीकरी पीठ का हिस्सा इसलिए थे क्योंकि आज उनका उच्चतम न्यायालय में अंतिम कार्य दिवस था। शीर्ष अदालत में यह प्रथा है कि सेवानिवृत्त हो रहा न्यायाधीश अंतिम दिन प्रधान न्यायाधीश की अगुवाई वाली पीठ का हिस्सा होता है। बाद में, न्यायमूर्ति गोगोई न्यायाधीशों की नई पीठ के साथ बैठे।

यह पांच न्यायाधीशों की संवैधानिक पीठ थी जिसने राजनीतिक रूप से संवेदनशील अयोध्या भूमि विवाद मामले की सुनवाई की। इसके बाद, न्यायमूर्ति गोगोई ने राजनीतिक रूप से संवेदनशील राफेल विमान मामले की सुनवाई के लिए तीन न्यायाधीशों की पीठ की अगुवाई की। इस पीठ में न्यायमूर्ति एस के कौल और न्यायामूॢत के एम जोसेफ शामिल थे।

Yaspal

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