कश्मीर में पटरी पर लौट रही आम जिन्दगी

Monday, May 01, 2017 - 07:33 PM (IST)

श्रीनगर : उतर कश्मीर के कुपवाड़ा में 27 अप्रैल को प्रदर्शनकारियों पर सैन्य कार्रवाई के दौरान एक नागरिक के मारे जाने के विरोध में अलगाववादी नेताओंं के आह्वान पर रविवार को दिनभर रही हड़ताल के बाद सोमवार को घाटी में जनजीवन सामान्य हो गया। श्रीनगर में सुबह ही दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुल गए और सभी मार्गों पर यातायात सामान्य रूप से चलने लगा। कई व्यस्त मार्गों पर जाम लगने की स्थिति भी देखी गई। इस दौरान श्रीनगर में एस.पी. उच्च माध्यमिक विद्यालय और एम.पी. उच्च माध्यमिक विद्यालय को छोडक़र सभी स्कूल खुले यद्यपि पिछले दो सप्ताह से छात्रों और सुरक्षाबलों के बीच चले संघर्ष की वजह से उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्रों की उपस्थिति कम ही दर्ज की गई।

 


सिविल लाइन्स के साथ-साथ ऐतिहासिक लाल चौक, हरीसिंह हाई स्ट्रीट, गनीखान, रेजीडेन्सी मार्ग, मौलाना आजाद मार्ग, महाराज बाजार, बाटमालू, इकबाल पार्क, डलगेट, रीगल चौक और बडशाह चौक के मुख्य बाजार में सभी दुकानें खुलीं। प्रदर्शनकारी नागरिक की मौत के विरोध में रविवार को हुई हड़ताल की अगुआई अलगाववादी गुट हुर्रियत कॉन्फ्रेंस और जम्मू.कश्मीर लिबरेशन फ्रन्ट (जेकेएलए॥) नेे की थी।  घाटी में दूसरी जगहों जैसे उत्तरी कश्मीर में बारामूला, सोपोर, बांडीपुरा, पट्टन और दक्षिण कश्मीर में शोपियां, अनन्तनाग और पुलवामां में भी जन-जीवन सामान्य होने की खबरें आई हैं। कानून-व्यवस्था की स्थिति सुचारु बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बल के जवान तैनात किये गये हैं।


जनजीवन सामान्य होने के बाबजूद उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा में बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैंए जहां 27अप्रैल को सैन्य कार्रवाई में मारे गये दो आतंकवादियों के शवों की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। कुपवाड़ा में सेना ने आतंकवादियों के आत्मघाती हमले में सेना के एक अधिकारी सहित तीन सैनिक शहीद हो गए थे तथा पांच अन्य सैनिक घायल हो गए थे।

 

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