‘जिंदगी तो बस अपने दम पर ही जी जाती है'', कर्नल पिता के साथ उग्रवादी हमले में मृत मासूम अबीर के शब्द हुए वायरल
punjabkesari.in Sunday, Nov 14, 2021 - 07:57 PM (IST)
नेशनल डेस्क: मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में शनिवार को आईईडी विस्फोटकों और गोलियों से हुए हमले में शहीद हुए असम राइफल्स की खुगा बटालियन के कमांडिंग अफसर (सीओ) कर्नल विप्लव त्रिपाठी का छह साल का बेटा अबीर त्रिपाठी भी अपने पिता की तरह देशभक्ति की भावना से प्रेरित था।
जिंदगी तो बस अपने दम पर ही जी जाती है
अपने स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान महान स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगत सिंह की वेशभूषा में टोपी पहने और मूछें लगाए बालक अबीर के शब्द थे, ‘‘जिंदगी तो बस अपने दम पर ही जी जाती है, दूसरों के कंधे पर तो जनाज़ें उठते हैं।''
मणिपुर में हमले में 7 की हुई मौत
अबीर, जिसके नाम का अर्थ है चमकीले रंग का पाउडर जोकि होली उत्सव के दौरान चेहरे पर लगाया जाता है और हवा में फेंका जाता है। शनिवार सुबह हुई उग्रवादी हिंसा में असम राइफल्स की खुगा बटालियन के कमांडिंग अफसर (सीओ) कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी अनुजा त्रिपाठी और उनके छह साल के बेटे अबीर त्रिपाठी के अलावा बल के चार अन्य कर्मियों की मौत हो गयी।
एमएनपीएफ-पीएलए ने ली हमले की जिम्मेदारी
दो प्रतिबंधित उग्रवादी संगठनों पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) और मणिपुर नगा पीपुल्स फ्रंट (एमएनपीएफ) ने चुराचांदपुर जिले के सेहकन गांव में अर्द्धसैन्य बल पर हमले की जिम्मेदारी ली है। पीएलए और एमएनपीएफ ने उन लोगों को बधाई संदेश भेजा जोकि इस हमले में शामिल थे, लेकिन बच्चे और उसकी मां की मौत को लेकर दुख जताया है।