गृह मंत्रालय की राज्य सरकारों को चिट्ठी- रोहिंग्याओं की कराएं कोरोना जांच, जमात से कनेक्शन

Saturday, Apr 18, 2020 - 08:28 AM (IST)

नेशनल डेस्कः देश में कोरोना का संकट गहराता ही जा रहा है। कोरोना संक्रमितों की संख्या कम होने की बजाए बढ़ती ही जा रही है और मौत का आकंड़ा भी धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है। इसी बीच गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को चिट्ठी लिखकर निर्देश दिए हैं कि रोहिंग्या और तबलीगी जमात के बीच कनेक्शन की जांच की जाए। गृह मंत्रालय ने कहा कि रोहिंग्या मुस्लिम और उनके परिचितों का भी कोविड-19 टेस्ट होना चाहिए। साथ ही केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से इसके संबंध में जरूरी कदम भी उठाने को कहा है। चिट्ठी में लिखा है कि रिपोर्ट है कि रोहिंग्या मुसलमानों ने तबलीगी जमात के इज्तिमा और अन्य धार्मिक आयोजनों में हिस्सा लिया था। ऐसे में इसकी आशंका है कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं।

दरअसल तेलंगाना में रहने वाले रोहिंग्या समुदाय के लोगों ने तबलीगी जमात के जलसे में हरियाणा के मेवात में हिस्सा लिया था। यही लोग दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में भी शामिल हुए थे। वहीं रोहिंग्या समुदाय से जुड़े लोग श्रम विहार और शाहीनबाग भी गए थे। गृह मंत्रालय द्वारा लिखी चिट्ठी के मुताबिक जो लोग इन जगहों पर गए हैं वो अपने कैंपों में भी नहीं लौटे हैं। गृह मंत्रालय की चिट्ठी के मुताबिक रोहिंग्या समुदाय के लोग तबलीगी जमात के जलसे जो डेराबस्सी पंजाब, जम्मू और कश्मीर में भी शामिल हुए थे।

यह पत्र डिप्टी सचिव, इंटर्नल सिक्योरिटी डिवीजन 1 श्रीनिवासु. के ने लिखा है और इस चिट्ठी को मुख्य सचिवों और सलाहकारों के साथ-साथ डीजीपी और दिल्ली के कमिश्नर ऑफ पुलिस को भी भेजा गया है। बता दें कि पिछले महीने दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित मरकज में तबलीगी जमात का एक कार्यक्रम हुआ था। इस कार्यक्रम में शामिल जमात के कई लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। वहीं जिन राज्यों में जमात के लोग वापस गए वहां इनके संपर्क में आने से कई अन्य लोग भी इस संक्रमण के शिकार हो गए। इसके बाद देश में कोरोना मरीजों की संख्या में काफी उछाल देखने को मिला है।

Seema Sharma

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