गोपालकृष्ण को भांजे ने लिखा पत्र, कहा- उपराष्ट्रपति उम्मीदवार का निर्णय गलत

Sunday, Jul 30, 2017 - 03:49 PM (IST)

नई दिल्ली: गोपाल कृष्ण गांधी के भांजे श्रीकृष्ण कुलकर्णी ने उनकी उप राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी का विरोध किया। इसके लिए उन्होंने एक पत्र भी लिखा। कृष्ण ने पत्र में कांग्रेस पर वंशवाद की राजनीति करने का भी आरोप लगाया। गोपालकृष्ण की उम्मीदवारी पर कृष्ण ने लिखा कि महात्मा गांधी के कट्टर आलोचक भी इससे इनकार नहीं करेंगे कि गांधीजी ने जन्म के कारण मिलने वाले अधिकारों का विरोध किया था। कांग्रेस पार्टी पर नेहरू-गांधी परिवार के एकछत्र राज पर वार करते हुए कृष्ण ने कहा कि नेहरू-गांधी परिवार ने राजवंश को फिर से स्थापित कर दिया। कांग्रेस की प्रेजिडेंट इस पोजिशन पर पिछले 18 सालों से हैं उनकी जगह लेने के लिए उनका बेटा तैयार है। इतने सब के बावजूद आप उनके उम्मीदवार बनने को तैयार हैं? वंशवाद से घिरे होकर आपके नामांकन पत्र भरने की तस्वीरों को देख मुझे बेचैनी हो गई थी। 

कृष्ण ने लिखा-मुझे माफ करें गोपू मामा
कृष्ण ने लिखा कि इतने सालों में इतने सारे घोटाले और आपकी एक टिप्पणी भी नहीं। क्या आपको लगता है कि यह सबकुछ राजनीतिक साजिश है? आखिर में कृष ने लिखा कि मुझे माफ करें गोपू मामा, लेकिन आपके इस निर्णय से मेरे अंदर विश्वास नहीं जागता, बल्कि यह विश्वासघात है। मेरे अंदर आपके लिए स्नेह कभी कम नहीं होगा। उपराष्ट्रपति की दौड़ में मेरी शुभकामनाएं आपके साथ। इसी बीच गोपाल कृष्ण गांधी नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (एनडीए) के उम्मीदवार वेंकैया नायडू से टीवी चैनल पर बातचीत करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने राज्य सभा टीवी को एक पत्र भी लिखा है। पत्र में उन्होंने साफ कहा कि वह पैनल डिसकशन होगा कोई डिबेट नहीं। गोपाल कृष्ण गांधी ने तर्क दिया है कि इस प्रोग्राम को देखने वाले दर्शकों को भी बहुत ही नई जानकारी मिलेंगी। उन्होंने लिखा कि मेरी इच्छा है कि राज्य सभा टीवी पैनल डिसकशन करवाए। यह डिबेट ना होकर बातचीत होनी चाहिए।

Advertising