16वां संसद सत्रः माेदी सरकार और विपक्ष के झगड़े ने बर्बाद किए कराेड़ाें रुपए
Friday, Dec 16, 2016 - 03:08 PM (IST)
नई दिल्लीः 15वीं लोकसभा का हाल देखने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि 16वीं लोकसभा में हालात सुधरेंगे। लेकिन एेसा कुछ नहीं हुअा और लोकसभा व राज्यसभा अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दी गई। दाेनाें सदनाें के स्थगित हाेने के बाद स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा कि मौजूदा सत्र में लोकसभा के 91 घंटे 59 मिनट बर्बाद हाे गए।
एक मिनट का खर्च ढाई लाख रुपए
संसद में एक मिनट की कार्यवाही का खर्च ढाई लाख रुपए पड़ता है। यानि एक घंटे का खर्च डेढ़ करोड़ रुपए तक अाता है। आमतौर पर राज्यसभा की कार्यवाही एक दिन में 5 घंटे चलती है, जबकि लोकसभा की कार्यवाही एक दिन में 8-11 घंटे चलती है। अगर लोकसभा और राज्यसभा को मिलाकर रोजाना घंटे काम हों तो सोमवार से शुक्रवार तक का खर्च बैठता है 115 करोड़। एेसे में 2010- 2014 के बीच संसद के 900 घंटे बर्बाद हुए, ताे साेचिए कितना पैसा बर्बाद हुअा हाेगा।
16वीं लोकसभा में अब तक नुकसानः-
- पहले सत्र में हंगामे की वजह से 16 मिनट बर्बाद हुए यानी 40 लाख का नुकसान।
- दूसरे सत्र में 13 घंटे 51 मिनट बर्बाद हुए यानी 20 करोड़ 7 लाख का नुकसान।
- तीसरे सत्र में 3 घंटे, 28 मिनट काम नहीं हुआ यानी 5 करोड़ 20 लाख का नुकसान।
- चौथे सत्र में 7 घंटे, 4 मिनट बर्बाद हुए यानी 10 करोड़ 60 लाख रुपये का नुकसान
- पांचवे सत्र में 119 घंटे बर्बाद हुए यानी 178 करोड़ 50 लाख का नुकसान हुआ।
- छठे सत्र में 91 घंटे 59 मिनट बर्बाद हाेने के साथ ही कराेड़ाें रुपए बर्बाद हाे गए।
सेशंस लोकसभा में प्रोडक्टिविटी राज्यसभा में प्रोडक्टिविटी
विंटर सेशन 2010 6% 2%
बजट सेशन 2014 103% 106%
विंटर सेशन 2014 98% 59%
बजट सेशन 2015 122% 101%
मानसून सेशन 2015 46% 9%
विंटर सेशन 2015 98% 51%
बजट सेशन 2016 121% 91%
मानसून सेशन 2016 101% 96%
विंटर सेशन 2016 15% 19%
करोड़ों रुपए हाे रहे बर्बाद
संसद की कार्यवाही के लिए जो इतने पैसे खर्च किए जाते हैं वो हमारी और आपकी कमाई से अाते है। दिनरात हम और आप जी तोड़ मेहनत करके पैसा कमाते हैं फिर सरकार उस पर टैक्स वसूलती है, जिससे सरकारी खजाना भरता है। उसी खजाने से संसद की कार्यवाही पर खर्च करने के लिए पैसों का इंतजाम होता है। अगर आम आदमी का एक मिनट में ढाई लाख रुपए का नुकसान हो जाए तो उसकी नींद उड़ जाती है। एेसे में सांसदाें काे उनके ऊपर खर्च होने वाले प्रति मिनट ढाई लाख रुपए के खर्च का कब अहसास हाेगा, ये कोई नहीं जानता।