प्रचार के लिए नेताओं को ‘उड़न खटोले’ के लाले

punjabkesari.in Wednesday, Mar 20, 2019 - 02:42 AM (IST)

मुंबई: लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार शुरू होते ही नेताओं को उड़न खटोले के लाले पड़ गए हैं। हालांकि चुनाव प्रचार के लिए बुक किए जाने वाले छोटे विमानों का 3 घंटे का किराया सवा 2 लाख से लेकर साढ़े 10 लाख के बीच बैठ रहा है लेकिन इसके बावजूद विमान कंपनियों के पास छोटे विमान नहीं है और इस मामले नेताओं की सिफारिश भी किसी काम नहीं आ रही है। 

1 घंटे का किराया साढ़े 3 लाख तक
बुकिंग का किराया घंटों के हिसाब से लिया जाता है। छोटे जहाज का किराया 75,000 रुपए प्रति घंटा है और इसकी न्यूनतम 3 घंटे के अनुबंध के साथ (चाहे हैलीकॉप्टर उड़ान भरता हो या नहीं) होती है जबकि मध्यम साइज के जहाज का किराया साढ़े 3 लाख रुपए प्रति घंटा है इस हिसाब से तीन घंटे की बुकिंग सवा 2 से साढ़े 10 लाख में हो रही है। 

समय बचाने के लिए नेता करते हैं इस्तेमाल
विभिन्न दलों के नेता और स्टार प्रचारक चुनाव प्रचार में एक जगह से दूसरी जगह आने-जाने के लिए चार्टर्ड प्लेन या फिर छोटे विमानों से यात्रा करते हैं जबकि कुछ हैलीकॉप्टरों की मदद से आना-जाना करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि हैलीकॉप्टर कम से कम समय में ज्यादा दूरी तय करता है, ऐसे में बाई रोड जाना नेताओं के लिए आरामदायक भी नहीं होता और समय की बचत भी नहीं होती है। लिमिटेड टाइम होता है इसलिए विमानों और हैलीकॉफ्टरों की मदद ली जाती है। 

छोटे जहाज की मांग ज्यादा 
उड्डयन उद्योग की मानें तो 2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए सभी विमान और हैलीकॉप्टर बुक हो चुके हैं। छोटे प्लेन की डिमांड ज्यादा है। हैलीकॉप्टर हायरिंग के सटीक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं लेकिन सत्तारूढ़ भाजपा सबसे बड़ी ग्राहक है। भाजपा ने लगभग 50 फीसदी हैलीकॉप्टरों की बुकिंग करवा रखी है। पार्टियां रोजाना कम से कम 3 घंटे की उड़ान के साथ 45-60 दिनों की थोक बुकिंग करती हैं। 

मई तक बुकिंग पूरी 
मुम्बई स्थित विमानन विशेषज्ञ प्रदीप थम्पी ने कहा कि छोटे फिक्स्ड विंग विमानों के अलावा सिंगल इंजन वाले विमान को विभिन्न कारणों से चुनाव से संबंधित उद्देश्यों के लिए अनुमति नहीं है, लेकिन ट्विन और मल्टीपल इंजन टर्बो-प्रॉप्स की बहुत ज्यादा मांग है। उन्होंने बताया कि पायलट प्लस 5 किंग एयर सी-90 और 2 पायलट प्लस 8 किंग एयर बी-200 की मांग भी ज्यादा है। भारत में इनकी अनुमानित संख्या 2 दर्जन है लेकिन अभी उपलब्ध नहीं हैं। मई के तीसरे सप्ताह तक बुकिंग पूरी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जैसे बड़े नेता छोटे विमानों और हैलीकॉप्टरों में यात्रा नहीं करेंगे क्योंकि इसके पीछे भी कई कारण हैं। हैलीकॉप्टरों के जरिए 2000-3000 फुट की ऊंचाई पर 100-140 समुद्री मील प्रति घंटे की रफ्तार से उडऩा नेताओं की पहली पसंद है।


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Pardeep

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