नहीं मिला शव तो पुतला बना कर किया विधिवत दाहसंस्कार

Thursday, Aug 22, 2019 - 08:29 PM (IST)

 साम्बा (संजीव चौधरी) : इसे अंधविश्वास कहें या फिर आस्था कि जब लापता का शव नहीं मिला तो परिजनों ने उसका पुतला बनाकर ही दाहसंस्कार कर दिया। जिला सांबा के  विजयपुर के नगरोटा (उत्तरबहनी) के रहने वाले तरसेम लाल शर्मा के परिजनों की पीड़ा उनके चेहरों से झलक रही थी। बुधवार को पड़ोसी ही नहीं पूरे क्षेत्र के लोगों की आंखें नम थीं। प्रकृति की क्रूरता के कारण परिजनों को तरसेम लाल के अंतिम दर्शन भी नहीं हो सके। 49 वर्षीय तरसेम लाल गत 17 अगस्त को देवक नदी में अचानक आई बाढ़ में बह गए थे। 


तरसेम लाल गत शनिवार सुबह उत्तरबहनी के ब्री-कमीला गांव के पास अपने भाई प्रवीण के साथ अपने मवेशी को लेकर देविका नदी को पार कर रहे थे कि अचानक आई बाढ़ में बह गए। छोटे भाई ने तो जैसे-तैसे जान बचा ली लेकिन तरसेम को चार दिन तक कोई अता-पता नहीं लगा। हालांकि जिला प्रशासन ने एसडीआरएफ, होमगाड्र्स व सिविल डिफेंस वालंटियर्स के साथ-साथ स्थानीय लोगों की मदद से व्यापक अभियान भी चलाया व करीब 20 किलोमीटर दूर तक तलाश की गई असफलता ही हाथ लगी।

 
इस दर्दनाक हादसे के बाद जब चौथे दिन भी लापता तरसेम का सुराग नहीं लगा तो आज  परिजनों से उसका पुतला बना कर विधि-विधान से देविका घाट पर ही अंत्येष्टि कर दी गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि परिजनों ने पंडितों ने विचार-विमर्श के बाद यह फैसला लिया और लापता को मृतक मानते हुए उसकी आत्मिक शांति के लिए पुतला बना कर दाह-संस्कार कर दिया गया ताकि दिवंगत आत्मा को मोक्ष प्राप्ति हो।  
 

Monika Jamwal

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