Voter card बनवाने का आखिरी मौका, जानें वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने की पूरी प्रकिया

Sunday, Jan 12, 2020 - 09:57 AM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटों की संख्या बढ़ाने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय लगातार प्रयासरत हैं। तरह-तरह की स्कीमें चलाकर और कैंपों को लगाकर वोटर लिस्ट में अधिक से अधिक नाम जुड़वाने के लिए काम कर रहा है। इसके लिए खुद मुख्य निर्वाचन अधिकारी डा रणबीर सिंह मॉनीटरिंग कर रहे हैं। दिन-प्रतिदिन इसकी समीक्षा भी की जा रही है। वहीं चुनाव की घोषणा होने के बाद से क्षेत्रीय निर्वाचन कार्यालयों में लोगों की पहुंच होने लगी हैं जबकि पहले यहां सन्नाटा पसरा रहता था। एक्का-दुक्का लोग ही पूरे दिन में पहुंचते थे लेकिन, अब वहां रौनक सी दिखने लगी है। 

इस बाबत मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी क्षेत्रीय निर्वाचन कार्यालयों को निर्देश दिया गया है कि वहां पहुंचने वाले लोगों व मतदाताओं को पूरा तवज्जो दिया जाए। उनकी समस्या का निराकरण तत्काल करके मतदाता सूची में नाम दर्ज करने का काम किया जाए। इस बाबत अधिकारी ने स्पष्ट कहा, मतदाता सूची में नाम जोडऩे का काम नॉमिनेशन के आखिरी तारीख तक किया जाएगा। जिन लोगों का नाम आखिरी तारीख तक दर्ज कर लिया जाएगा वहीं लोग इस बार की विधानसभा चुनाव में वोट डाल सकेंगे। 

 

मतदाता आईडी के लिए दस्तावेज

  • हालिया पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ़
  • अपने पासपोर्ट की प्रति
  • गैस का बिल
  • पानी का बिल
  • राशन कार्ड
  • बैंक पासबुक
  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड


आयु प्रमाण के लिए दस्तावेज

  • 10 वीं कक्षा का प्रमाणपत्र
  • जन्म प्रमाणपत्र
  • पैन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • पासपोर्ट की प्रति
  • किसान कार्ड

पहली बार मतदान केंद्रों पर होगी लॉकर की व्यवस्था
मुख्य निर्वाचन अधिकारी डा रणबीर सिंह ने बताया कि 11 मतदान केंद्रों पर लॉकर की व्यवस्था की गई है। इसमें जिनके पास मोबाइल फोन है वे अपना फोन उसी लॉकर में रखेंगे। जिन मतदाताओं के पास क्यूआर कोड वाले मतदाता कार्ड होंगे उनके लिए मोबाइल मान्य है क्योंकि, उनको मोबाइल की जरूरत पड़ेगी। लेकिन, जो सामान्य पर्ची लेकर जाएगा वह अपने साथ मोबाइल नहीं ले जाएगा। 

अतिसंवेदनशील पोलिंग बूथों की संख्या 3209
डा सिंह ने बताया कि 13750 बूथों में से 3209 बूथ अतिसंवेदनशील हैं। इसके अलावा संवेदनशील क्षेत्रों की संख्या 21 है। संवेदनशील मतदान केंद्र जहां 72 है वहीं संवेदनशील मतदान क्षेत्रों की संख्या 465 है। 

 

विकलांगों के लिए भेजी जाएंगी गाडिय़ां
मतदान वाले दिन अधिक से अधिक वोटिंग कराने का टारगेट लेकर वह चल रहे हैं। इसलिए जो दिव्यांग वोटर मतदान देने नहीं जा सकते उनके लिए विशेष प्रबंध किया गया है। उनको घर से लाने और ले जाने के लिए गाडिय़ों व कर्मचारियों की व्यवस्था की गई है।

इतने ईवीएम चाहिए
डा सिंह ने बताया कि 13750 बूथों के लिए 34222 बैलेट यूनिट, 18765 कंट्रोल यूनिट और 20385 वीवीपैट की जरूरत पड़ेगी। 

 

20 काउंटिंग सेंटरों पर होगी वोटों की गिनती
मतदान के बाद वोटों की गिनती करने के लिए 20 काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं। इसमें जिला दक्षिण 02, जिला दक्षिण पूर्व 01, जिला पूर्व 01, जिला नई दिल्ली 01, जिला दक्षिण पश्चिम 02, जिला उत्तर पश्चिम 04, जिला उत्तर पूर्व 02, जिला उत्तर 04, जिला पश्चिम 01, जिला मध्य 01, जिला शाहदरा 01 काउंटिंग सेंटर है।

vasudha

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