लालू की रैली में लेफ्ट पार्टियों के शामिल होने पर उठे सवाल !

Monday, Aug 21, 2017 - 07:24 PM (IST)

नई दिल्लीः विपक्ष की एकजुुटता को दिखाने के लिए राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव 27 अगस्त को पटना में रैली करने जा रहे हैं लेकिन इससे पहले ही विपक्षी एकता की कलई खुलती जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, इसमें लेफ्त पार्टियों के शामिल होने पर संशय की स्थिति बन गई है। जानकारी के मुताबिक, वामपंथी पार्टियां ममता बनर्जी और करप्शन के आरोप झेल रहे अन्य नेताओं के साथ मंच नहीं साझा करना चाहतीं हैं। साथ ही बसपा सुप्रीमो मायावती के भी रैली से दूरी बनाने के संकेत मिल रहे हैं।

लालू ने 'बीजेपी हटाओ-देश बचाओ' के नारे के साथ इस रैली के आयोजन की तैयारियां तेज कर दी हैं। इस रैली को बीजेपी के खिलाफ एकजुटता दिखाने का प्रयास माना जा रहा है लेकिन लेफ्ट पार्टियां भ्रष्टाचार के आरोपो में घिरे नेताओं के साथ मंच साझा करने में हिचकिचा रही हैं। सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि इस बारे में उनकी पार्टी ने अभी कोई फैसला नहीं लिया है। येचुरी का कहना था कि सभी वाम दल मीटिंग करेंगे इसका फैसला लेंगे।वहीं, सूत्रों का कहना है कि सीपीएम के कई नेता इस रैली में भ्रष्टाचार के आरोप झेल रहे नेताओं के साथ मंच साझा नहीं करना चाहते।

ऐसे में कहना मुश्किल है कि ये दल इस रैली में शामिल होंगे या नहीं। हालांकि बीते गुरुवार को ही शरद यादव की ओर से संसद भवन में आयोजित विपक्षी दलों की बैठक में वामपंथी दल मौजूद थे लेकिन लालू की इस रैली से लेफ्ट पार्टियां किनारा कर सकती हैं। कई क्षेत्रीय दलों के अलावा कांग्रेस ने इस रैली में मौजूदगी की पुष्टि की है। आरजेडी के एक नेता का कहना है कि इस रैली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल हो सकते हैं।

उधर, रविवार को बीएसपी के नाम से बने एक ट्विटर अकाउंट से एक पोस्टर जारी किया गया था, जिसमें मायावती और अखिलेश को साथ दिखाया गया था। हालांकि कुछ घंटों के बाद ही बीएसपी ने इस ट्वीट को फर्जी करार दिया। इसके अलावा पार्टी ने 27 अगस्त की रैली में मायावती के शामिल होने के बारे में भी अब तक स्पष्ट किया है।
 

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