सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर विश्वास का केजरीवाल पर निशाना, अब देश से मांगों माफी
Thursday, Jun 28, 2018 - 04:03 PM (IST)
नई दिल्ली: सितंबर 2016 में पाकिस्तान पर भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के असंतुष्ट नेता कुमार विश्वास ने इशारों-इशारों में निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ‘बौना सरदार’ बताया है। 29 सितंबर, 2016 को भारतीय सेना ने पाकिस्तान के विरुद्ध सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इस स्ट्राइक का बुधवार की रात को एक वीडियो सामने आया। पौने दो साल पहले हुई इस सैन्य कार्रवाई पर उस समय विपक्षी दलों ने सवाल खड़े किए थे।केजरीवाल ने उस समय एक साक्षात्कार में सवाल किया था कि पाकिस्तान की सरकार एक बस भर के अंतर्राष्ट्रीय पत्रकारों को सीमा पर ले गई थी पाकिस्तान ने वहां दिखाया था कि भारत सर्जिकल स्ट्राइक की बात कर रहा है लेकिन यहां कुछ हुआ ही नहीं।
3 में से जिस 1 मुद्दे पर देश की सेना के पक्ष में होने पर मुझे “तथाकथित राजनैतिक नुक़सान” पहुचायाँ गया था,आज उसी शौर्यगाथा #SurgicalStrike के प्रमाणचिह्न देखकर उन अखंड-पांखडियों को मुझसे नहीं तो खुद से तो माफ़ी माँगनी ही चाहिए
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) June 28, 2018
जो हमारे लिए जीवन दें उनके लिए कुछ भी क़ुर्बान🙏🇮🇳
वीडियो के सामने आने के बाद विश्वास ने ट्विटर के जरिये केजरीवाल पर इशारों-इशारों पर निशाना साधा और कहा कि सेना की शौर्यगाथा के प्रमाण चिह्न देखकर अखड-पांखडियों को उनसे नहीं तो खुद से तो माफी मांगनी ही चाहिए। मुख्यमंत्री का नाम लिए बिना विश्वास ने उन्हें ‘बौना सरदार’ बताया। विश्वास ने दो ट्वीट किए। उन्होंने लिखा कि तीन में से जिस एक मुद्दे पर देश की सेना के पक्ष में होने पर मुझे तथाकथित राजनैतिक नुकसान पहुंचाया गया था, आज उसी शौर्यगाथा ‘सर्जिकल स्ट्राइक के प्रमाण चिह्न देखकर उन अखंड-पांखडियों को मुझसे नहीं तो खुद से तो माफी मांगनी ही चाहिए। जो हमारे लिए जीवन दें, उनके लिए कुछ भी कुर्बान। दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि आतंक से लड़ रही सेना के खिलाफ राजनीति नहीं करने दूंगा।
आतंक से लड रही सेना के ख़िलाफ़ राजनीति नहीं करने दूँगा यह सुनकर,आत्मा का सौदा कर लेने वाले 11 नवपतित गिद्धों को जमा करके बौने सरदार ने मुझसे कहा था कि “तुम मेरे व संगठन के साथ नहीं हो”
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) June 28, 2018
तो सुनो लंपटेश “देश के साथ था,हूँ,रहूँगा”
तुम जैसे रोज़ आएँगे,रोज़ जाएँगे पर देश था,है,रहेगा https://t.co/DDSii7YoJB