कुमार विश्वास ने कहा- पार्टी में लगाएंगे ''एंटी-वायरस'', बनाएंगे आम आदमी पार्टी ''वर्जन-2''

Sunday, Dec 03, 2017 - 09:06 PM (IST)

नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास ने कहा है कि आम आदमी पार्टी में उन सभी लोगों को वापस लाने की जरूरत है जो पिछले पांच सालों में अलग-अलग वजहों से पार्टी छोड़कर जा चुके हैं। इस मौके पर विश्वास ने ऐलान किया कि वह आप का वर्जन-2 बनाने जा रहे हैं। विश्वास ने रविवार को दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय में संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया और अपनी राय रखी।वरिष्ठ आप नेता ने कहा कि हमें परेशानी हो सकती है लेकिन हमें पीछे नहीं हटना चाहिए। 

बाद में मीडिया से बातचीत में विश्वास ने कहा कि वह आप का वर्जन-2 बनाएंगे। बकौल विश्वास, वर्जन-1 रामलीला मैदान से लेकर पार्टी स्थापना तक का था। कुमार विश्वास के मुताबिक, बीते पांच सालों में आप कई बार भटकी है लेकिन भटकाव दिखने पर विश्वास ने आवाज उठाई। इससे काफी लोग नाराज भी हुए हैं। कुछ लोगों की नाराजगी के बजाय रामलीला मैदान में उमड़े लोगों की बात उठाऊंगा। उन्होंने कहा कि वर्जन-2 की जरूरत इसलिए है। आप में कार्यकर्ताओं के तौर पर कुछ ऐंटी-वायरस लगाए जा रहे हैं। कार्यकर्ता सच-सच बताएगा कि संगठन में कहां दिक्कत है, कौन सा विधायक काम नहीं कर रहा है। या दूसरी कौन सी गड़बड़ियां हैं। 

केजरीवाल से अपने संबंधों पर विश्वास ने कहा कि आप का आंदोलन अरविंद केजरीवाल की ‘स्वराज’ किताब पर खड़ा हुआ था। ऐसे में वह कार्यकर्ताओं की बात क्यों नहीं सुनना चाहेंगे।  उन्होंने कहा कि जब पार्टी आगे बढ़ेगी तो राज्यसभा और लोकसभा आएगी। ऐसे लोगों की बात नहीं मानी जानी चाहिए, जो सरकार बनने के बाद आए। कुमार विश्वास ने बताया कि उनकी कार्यकर्ताओं के 25-30 समूहों से बात हुई। हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड के कार्यकर्ता सवाल कर रहे हैं कि पार्टी ने दोनों राज्यों का चुनाव क्यों छोड़ दिया। 

कुमार ने पार्टी छोड़कर बाहर गए आप के पूर्व नेताओं व कार्यकर्ताओं से वापस लौटने की अपील की। कपिल मिश्रा के निलंबन पर उनका कहना था कि कोई भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की विधिक प्रक्रिया की वजह से बाहर गया है तो वह प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही अंदर आएगा। बता दें कि पार्टी से छोड़कर जा चुके वरिष्ठ नेताओं जैसे योगेन्द्र यादव, प्रशांत भूषण को वापस लाने की मांग पहले भी हो चुकी है लेकिन सीएम अरविंद केजरीवाल और उनका खेमा इन मांगों की ओर ज्यादा तवज्जो नहीं दे रहा है।  

 

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