हिमाचल में बारिश का कहर: कुल्लू-मनाली हाईवे बहा, ब्यास नदी उफान पर, फुट ब्रिज भी नदी में समाया, देखें विडियो

punjabkesari.in Tuesday, Aug 26, 2025 - 03:13 PM (IST)

नेशनल डेस्क : हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में लगातार हो रही भारी बारिश ने हालात बेहद गंभीर बना दिए हैं। ब्यास नदी में आए उफान ने कई इलाकों को बुरी तरह प्रभावित किया है। नदी के तेज बहाव के चलते कुल्लू-मनाली नेशनल हाईवे-3 (NH-3) का करीब 3 किलोमीटर लंबा हिस्सा बह गया है। अब नदी का रुख हाईवे की ओर मुड़ गया है, जिससे सड़क किनारे बना एक निजी होटल भी खतरे की जद में आ गया है।

मनाली के बाहंग क्षेत्र में स्थित एक दो मंजिला इमारत ब्यास नदी की तेज धारा में समा गई। लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। इससे पहले सुबह के वक्त दो रेस्टोरेंट और दो दुकानें भी जमींदोज हो गई थीं। अब ब्यास नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण और भी इमारतों को खतरा पैदा हो गया है।
 

फुट ब्रिज बहा, पावर हाउस पर खतरा
कुल्लू के दवाड़ा क्षेत्र में ब्यास नदी पर बना एक फुट ब्रिज भी तेज लहरों में बह गया। यह पुल लारजी पावर हाउस के दूसरी ओर बने भवन तक पहुंचने का एकमात्र जरिया था। नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया कि कुछ ही देर में पूरा ब्रिज धराशायी हो गया। इसी क्षेत्र में नेशनल हाईवे का एक बड़ा हिस्सा भी पानी में समा गया है। प्रशासन का कहना है कि नदी के जलस्तर में यह बढ़ोतरी लारजी पावर हाउस के लिए भी गंभीर खतरा बन रही है। वर्ष 2023 में भी इसी स्थान पर ऐसी ही स्थिति बनी थी, जब पावर हाउस को भारी नुकसान झेलना पड़ा था। इस बार भी हालात चिंताजनक हैं।

पंडोह डैम के खोले गए सभी गेट
ब्यास नदी में लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) ने पंडोह डैम के सभी पांच गेट खोल दिए हैं। डैम से लगभग 90,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। डैम के पानी में सिल्ट (गाद) की मात्रा अधिक होने के कारण बग्गी टनल के लिए जाने वाली जल आपूर्ति बंद कर दी गई है, जिससे विद्युत उत्पादन भी प्रभावित हुआ है। बीबीएमबी ने जानकारी दी है कि ब्यास नदी में जितना पानी आ रहा है, वह सीधे नदी में ही वापस छोड़ा जा रहा है। साथ ही डैम की फ्लशिंग प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है ताकि डैम की क्षमता बनाए रखी जा सके

प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने लोगों से अपील की है कि वे ब्यास नदी और अन्य जल स्रोतों के पास जाने से बचें। उन्होंने बताया कि पंडोह डैम की फ्लशिंग प्रक्रिया 27 अगस्त की सुबह तक जारी रहेगी, इसलिए इस दौरान लोगों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है, लेकिन लगातार बारिश, भूस्खलन और नदी के तेज बहाव ने कुल्लू-मनाली क्षेत्र में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। खतरे की आशंका को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें अलर्ट मोड पर हैं।


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Content Editor

Shubham Anand

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