जानिए, क्यों रुपे के आगे घबराया वीजा, मास्टर कार्ड?

Thursday, Nov 08, 2018 - 06:24 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः यूपीआई (Unified Payment Interface) और रुपे कार्ड की स्वदेशी भुगतान प्रणाली के आगे भारतीय बाजारों में अपनी हिस्सेदारी खो रहे वीजा और मास्टरकार्ड अमेरिकी सरकार से शिकायत कर रहे हैं। दरअसल, डेबिट और क्रेडिट कार्ड के माध्यम से होने वाले भुगतान में यूपीआई और रुपे की हिस्सेदारी अब 65 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है। इससे विदेशी कंपनियां तिलमिलाई हुई हैं। वहीं, वित्त मंत्री का कहना है कि देश को नकद से डिजिटल लेन-देन में स्थान्तरित करने के लिए व्यवस्था में बदलाव की जरूरत है और इसका स्पष्ट तौर पर राजस्व व कर आधार बढ़ाने पर असर होगा। नोटबंदी के बाद डिजिटलीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण काम हुआ है।



एक नजर आंकड़ों परः
भीम ऐप

  • दो व्यक्तियों के बीच मोबाइल के जरिए हुआ लेन-देन अक्टूबर 2016 में 50 करोड़ रुपए था, जो सितंबर 2018 में बढ़कर 598 अरब रुपए पर पहुंच गया।
  • इस समय करीब 1.25 करोड़ लोग लेन-देन के लिए भीम ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं।
  • भीम ऐप के जरिए लेन-देन सितंबर 2016 के दो करोड़ रुपए से बढ़कर सितंबर 2018 में 70.6 अरब रुपए हो गया।
  • जून 2017 में यूपीआई के जरिए हुए कुल लेन-देन में भीम ऐप की हिस्सेदारी लगभग 48 प्रतिशत थी। 





रुपे कार्ड

  • रुपे कार्ड से प्वाइंट ऑफ सेल में नोटबंदी से पहले 8 अरब रुपए का लेन-देन हुआ था, वहीं सितंबर 2018 में यह बढ़कर 57.3 अरब रुपए हो गया।
  • ई-कॉमर्स में ये आंकड़ा 3 अरब रुपए से बढ़कर 27 अरब रुपए हो गया।  




रुपे कार्ड के फायदे

रुपे कार्ड के जरि‍ये लेन-देन जल्दी हो जाता है और लागत कम आती है। आपके लेन-देन की सभी जानकारी बस भारत तक ही सीमित रहती है। इसका इस्तेमाल एटीएम से कैश नि‍कालने के अलावा, पीओएस और ऑनलाइन प्लेटफार्म पर लेन-देन में भी कि‍या जा सकता है। इसका इस्तेमाल 1.45 लाख एटीएम, 8.75 लाख पीओएस टर्मिनलों और 10,000+ ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर किया जा सकता है। इसके अलावा, रुपे कार्डधारक को बिना किसी लागत के 1 लाख का एक्सीडेंटल बीमा कवरेज भी मिलता है।


कौन जारी करता है रुपे डेबिट कार्ड 
भारत में 1 अरब डेबिट और क्रेडिट कार्ड में आधे यानी 50 करोड़ कार्ड के लिए रुपे पेमेंट सिस्टम का इस्तेमाल हो रहा रहा है। देश में सभी प्रमुख सरकारी बैंक इन दिनों रुपे कार्ड जारी कर रहे हैं। किसी भी अन्य क्रेडिट/डेबिट कार्ड की तरह यह देश के 1.45 लाख एटीएम और 8.75 लाख पीओएस टर्मिनल पर स्वीकार किया जाता है। इसके अलावा, यह 10,000 ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर भी स्वीकार किया जाता है। अब तक देश में 2.5 करोड़ रुपे कार्ड जारी हो चुके हैं और इस पर हर रोज लगभग सात लाख बैंक ट्रांजैक्शन हो रहे हैं।


 

क्या है यूपीआई
UPI यानी कि यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस (Unified Payment Interface) पैसे भेजने का एक आसान तरीका है। अभी तक आम जनता NEFT, RTGS और IMPS सिस्टम के जरिए पैसा जाता रहा है। यूपीआई इनसे ज्यादा एडवांस्ड तरीका है। इस पेमेंट सिस्टम को इस तरह से बनाया गया है कि आम लोग भी आसानी से इस्तेमाल कर सकें।

कैसे करता है काम-

  • UPI स्मार्टफोन्स में करता है काम
  • मोबाइल नंबर पर है आधारित
  • किसी भी खाते में भेज सकते हैं पैसे
  • UPI ऐप का किसी बैंक खाते से मतलब नहीं
  • खाता नंबर जानने की जरूरत नहीं
  • पैसा खाते में बना रहता है
  • यूपीआई के जरिए पैसा मंगाने की रिक्वेस्ट भेज सकते हैं

 

Yaspal

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