महिला दिवस मनाने की परंपरा पुरानी, जानिए 8 मार्च को क्यों मनाया जाता है International Women's Day

Sunday, Mar 08, 2020 - 02:19 PM (IST)

नई दिल्ली: देशभर में आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) पर सोशल मीडिया पर लोग अपनी रिश्तेदारों, सहेलियों और सहयोगी महिलाओं को शुभकामनाओं वाले संदेश भेज रहे हैं। वहीं कई राज्यों में तो महिलाओं के सम्मान में समारोह भी रखे गए हैं। हालांकि इस बात से बहुत ज्यादा लोग वाकिफ नहीं हैं कि International Women's Day आखिर क्यों और कब से मनाया जाता है। दरअसल साल 1908 में एक महिला मजदूर आंदोलन की वजह से महिला दिवस मनाने की परंपरा की शुरूआत हुई। इस दिन 15 हज़ार महिलाओं ने नौकरी के घंटे कम करने, बेहतर वेतन और कुछ अन्य अधिकारों की मांग को लेकर न्यूयार्क शहर में प्रदर्शन किया था। एक साल बाद सोशलिस्ट पार्टी ऑफ़ अमेरिका ने इस दिन को पहला राष्ट्रीय महिला दिवस घोषित किया।

 

1910 में कोपेनहेगन में कामकाजी महिलाओं का एक इंटरनेशनल सम्मेलन हुआ, जिसमें इस दिन को International Women's Day के तौर पर मनाने का सुझाव दिया गया और धीरे-धीरे यह दिन दुनियाभर में International Women's Day के रूप में लोकप्रिय होने लगा। इस दिन को International Women's Day के रूप में मान्यता 1975 में मिली, जब संयुक्त राष्ट्र ने इसे एक थीम के साथ मनाने की शुरुआत की। 

 

देश दुनिया के इतिहास में 8 मार्च की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-

  • 1702 : इंग्लैंड के राजा विलियम तृतीय की मौत के बाद महारानी एनी ने ब्रिटेन की सत्ता संभाली। 
  • 1921 : स्पेन के प्रधानमंत्री एदुआर्दो दातो इरादियर की संसद भवन से बाहर निकलते हुए हत्या कर दी गई।
  • 1930 : महात्मा गांधी ने भारत माता की आजादी के लिए अंग्रेजी शासन के खिलाफ सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू किया। 
  • 1942 : जापानी फौजों ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बर्मा के रंगून शहर पर कब्जा किया। 1948 : एयर इंडिया इंटरनेशनल की स्थापना। 
  • 1953 वसुंधरा राजे का जन्म। वह लगातार दस वर्ष तक राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी सरकार की मुख्यमंत्री रहीं। 
  • 1971 : अमेरिका के मुक्केबाज जो फ्रेजियर ने पूर्व चैंपियन मोहम्मद अली को हराकर विश्व हेवीवेट खिताब दोबारा अपने नाम किया।    
  • 1985 : बेरूत में एक मस्जिद के नजदीक एक कार बम धमाके में 80 लोगों की मौत और 175 से ज्यादा घायल। हादसे के समय लोग नमाज के लिए मस्जिद में एकत्र हुए थे। 
  • 2014 : क्वालालम्पुर से बीजिंग जाते हुए मलेशिया एयरलाइंस का एक विमान लापता हो गया, जो लाख कोशिशों के बावजूद मिल नहीं पाया। विमान में 227 यात्री और चालक दल के 12 सदस्य सवार थे। इसे खोजने के प्रयास 2017 में बंद कर दिए गए।

Seema Sharma

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