कनाडाई सांसद चंद्र आर्या ने इंदिरा गांधी की हत्या पर निकाली झांकी को लेकर जताया कड़ा एतराज

Saturday, Jun 10, 2023 - 02:50 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः कनाडा के ब्रैम्पटन  शहर में नगर कीर्तन के दौरान  पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या पर निकाली गई झांकी से न सिर्फ भारत की राजनीति गर्मा गई है बल्कि  विदेश में बवाल मच गया है। खालिस्तानी समर्थकों की इस हरकत की हर तरफ आलोचना और निंदा हो रही है। कनाडा के अधिकारियों और सांसदों ने भी इसका विरोध  करते हुए कहा कि कनाडा में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है।  कनाडा के सांसद चंद्र आर्या ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या पर निकाली गई झांकी पर कड़ा इतराज जताया है।  झांकी में इंदिरा गांधी ने 1984 जो हिंसा की शुरुआत की थी, सिर्फ उसके परिणाम दिखाने की कोशिश थी।

 

हालांकि इंदिरा गांधी हत्याकांड की झांकी पर जस्टिन ट्रूडो की चुप्पी पर भी लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। सोशल मीडिया पर छिड़ी जंग में कमेंट चल रहे हैं है कि कनाडा में जस्टिन ट्रूडो की सरकार को NDP का समर्थन प्राप्त है। इस पार्टी में बहुत सारे खालिस्तानी समर्थक हैं। सरकार के समर्थन के कारण ही ट्रूडो कुछ न हीं बोल रहे हैं और न ही खालिस्तानी समर्थकों के खिलाफ कोई एक्शन ले रहे हैं। पिछले दिनों खालिस्तान के मुद्दे पर ही कनाडा के सुरक्षा सलाहकार (NSA) भारत सरकार पर टिप्पणी की थी कि भारत उनके आतंरिक मामलों में दखल दे रहा है।

 
कनाडा के सांसद चंद्र आर्या ने   इंदिरा गांधी की हत्या पर निकाली गई झांकी पर कड़ा इतराज जताते खालिस्तानी समर्थकों के इस कृत्य की निंदा करते हुए कहा कि यह कनाडा की संस्कृति के खिलाफ है। उन्होंने साफ-साफ कहा कि खालिस्तानी समर्थकों ने लाइन क्रॉस की है। कनाडा की सरकार को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। सांसद आर्या ने कहा कि पहले भी कनाडा की धरती पर भारत विरोधी गतिविधियां होती रही हैं। सरकार को वह अलर्ट भी करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि कनाडा की धरती पर हिंसा को और ऐसी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने की कनाडा का कानून किसी को भी इजाजत नहीं देता है। कनाडा में पहले भी हिंदू मंदिरों, हिंदू नेताओं पर अटैक हुए हैं।

 

उन्होंने कहा कि कनाडा की सरकार और अधिकारियों को भारत के खिलाफ खालिस्तानी झंडे लेकर प्रदर्शन करने वाले खालिस्तानी समर्थकों पर सरकार को एक्शन लेना चाहिए। ब्रैम्पटन शहर में झांकी निकालने पर कनाडा के भारत में राजदूत कैमरन मैके ने भी कड़ी आपत्ति दर्ज की है। कनाडा के राजदूत कैमरन मैके ने ट्वीट कर लिखा कि एक कार्यक्रम की रिपोर्ट से मैं स्तब्ध हूं, जिसमें भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का जश्न मनाया गया था। कैमरन ने कहा कि नफरत या हिंसा के महिमा मंडन के लिए कनाडा में कोई जगह नहीं है। वह इन सारी गतिविधियों की कड़ी निंदा करते हैं। 

Tanuja

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