लंदन में भारतीय उच्चायोग के सामने फिर इकट्ठा हुए खालिस्तानी, हरदीप निज्जर के समर्थन में की नारेबाजी, भारी पुलिस तैनात

Tuesday, Oct 03, 2023 - 06:11 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः ब्रिटेन में एक बार फिर भारतीय उच्चायोग के बाहर बड़ी संख्या में खालिस्तानी समर्थक इकट्ठा हुए और भारत विरोधी नारे लगाए। इस दौरान उच्चायोग के बार भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था। समर्थकों ने दावा किया कि वह खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के समर्थन में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। भारत में इनामी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून को सरे में गुरुद्वारे के बाहर कुछ नकाबपोश बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। वहीं, हाल ही में स्कॉटलैंड में भारतीय राजनायिक को गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोक दिया। इसके बाद गुरुद्वारा समिति की जमकर आलोचना हुई।


बता दें कि ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी को खालिस्तान समर्थक चरमपंथियों ने स्कॉटलैंड के ग्लासगो शहर में एक गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोक दिया। दोरईस्वामी इस सप्ताह स्कॉटलैंड के दौरे पर थे। अल्बर्ट ड्राइव स्थित ‘ग्लासगो गुरुद्वारा गुरु ग्रंथ साहिब' की एक योजनाबद्ध यात्रा के दौरान, सिख यूथ यूके के सदस्यों ने उच्चायुक्त की कार के पास आकर उन्हें वहां से जाने को कहा। सदस्यों ने गुरुद्वारे के अधिकारियों के साथ विवाद से संबंधित वीडियो पोस्ट किये। स्थानीय पुलिस ने कहा कि उसे ‘गड़बड़ी' के उपरांत बुलाया गया था और मामले में पूछताछ जारी है।

स्कॉटलैंड पुलिस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमें शुक्रवार, 29 सितंबर को अपराह्न लगभग 1.05 बजे ग्लासगो के अल्बर्ट ड्राइव क्षेत्र में हुई गड़बड़ी की रिपोर्ट पर बुलाया गया था। किसी के घायल होने की कोई रिपोर्ट नहीं है और पूरी स्थिति स्थापित करने के लिए पूछताछ जारी है।'' ग्लासगो में उत्पन्न विवाद के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में एक सिख व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘‘हमें किसी भी भारतीय राजदूत, आधिकारिक क्षमता में आए भारत सरकार के किसी भी व्यक्ति का स्वागत इसी तरह करना चाहिए।''

ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी को रोके जाने के बाद ‘ग्लासगो गुरुद्वारा गुरु ग्रंथ साहिब सिख सभा' ने शनिवार रात जारी एक बयान में कहा कि ‘‘अज्ञात'' और ‘‘अनियंत्रित'' लोगों ने उपासना स्थल पर शांति भंग की और राजनयिक की व्यक्तिगत यात्रा को बाधित करने का प्रयास किया। बयान के अनुसार, यह यात्रा स्कॉटलैंड की संसद के एक सदस्य की ओर से आयोजित की गयी थी। इसके बाद लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि स्कॉटलैंड के बाहर के तीन लोगों ने शुक्रवार शाम को यात्रा को ‘‘जानबूझकर बाधित'' किया और उनमें से एक ने गुरुद्वारे में राजनयिक के पहुंचने पर उनकी कार के दरवाजे को हिंसक तरीके से खोलने का भी प्रयास किया।

भारतीय उच्चायोग ने कहा कि उसने इस ‘‘शर्मनाक घटना'' की सूचना ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) और मेट्रोपॉलिटन पुलिस को दे दी है। गुरुद्वारे ने एक बयान में कहा, ‘‘ग्लासगो क्षेत्र के बाहर के कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने यात्रा को बाधित करने का प्रयास किया, जिसके बाद गुरुद्वारे आए दल ने परिसर से जाने का फैसला किया।'' उसने कहा कि राजनयिकों के दल के जाने के बाद इन उपद्रवी लोगों ने गुरुद्वारा मंडली में अशांति फैलाना जारी रखा। उसने कहा, ‘‘स्कॉटलैंड पुलिस वहां मौजूद थी और उसने मामले का संज्ञान लिया है।'' गुरुद्वारे ने कहा, ‘‘ग्लासगो गुरुद्वारा सिख उपासना स्थल की शांति बाधित करने के इस तरह के उपद्रवी व्यवहार की कड़ी निंदा करता है। गुरुद्वारा सभी समुदायों और पृष्ठभूमि के लोगों के लिए खुला है और हम अपनी आस्था के सिद्धांतों के अनुसार सभी का खुले तौर पर स्वागत करते हैं।'

 

Yaspal

Advertising