ब्रिटिश सरकार की खालिस्तान के खतरे वाली रिपोर्ट पर सिख समुदाय ने जताई आपत्ति

Thursday, Jul 20, 2023 - 11:28 AM (IST)

लंदन: ब्रिटेन के एक सिख समूह ने बुधवार को संसद परिसर में एक रिपोर्ट जारी कर खालिस्तानी चरमपंथ की चेतावनी देने वाली विभिन्न धार्मिक मतों की स्वतंत्र समीक्षा की कड़ी आलोचना की  है। इस समीक्षा में ब्रिटेन में कुछ खालिस्तान समर्थक कार्यकर्ताओं की “विध्वंसक, आक्रामक और सांप्रदायिक” कार्रवाइयों के खिलाफ चेतावनी दी गई थी। ब्रिटिश सरकार ने कुछ खालिस्तान समर्थकों की करतूत के खिलाफ चेतावनी दी थी, साथ ही रिपोर्ट जारी कर बताया था कि यह सुनिश्चित करने को कहा ऐसे समूह ब्रिटेन की संसद तक न पहुंच सकें। लेकिन अब इस समीक्षा पर एक ब्रिटिश सिख समूह ने आपत्ति जताई है।

 

प्रोफेसर सतविंदर सिंह जस की अध्यक्षता वाले समूह 'काउंसिल ऑफ सिख्स इन लॉ कमेटी' ने आरोप लगाया कि स्वतंत्र धार्मिक मतों की समीक्षा के सलाहकार कॉलिन ब्लूम द्वारा अप्रैल में सरकार के एक विभाग को सौंपी गई समीक्षा 'स्वतंत्र और निष्पक्ष' नहीं थी। उन्होंने आरोप लगाया कि ब्लूम की समीक्षा ने सिख समुदाय और ब्रिटिश सरकार के बीच अब तक के उत्कृष्ट संबंधों को नुकसान पहुंचाया है।   अप्रैल में जारी समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया कि ब्रिटिश सिखों का एक छोटा, बेहद मुखर और आक्रामक अल्पसंख्यक समूह है, जिसे खालिस्तान समर्थक चरमपंथी के रूप में वर्णित किया जा सकता है, जो एक जातीय-राष्ट्रवादी एजेंडे को बढ़ावा दे रहा है। सरकार को यह पहचान करनी चाहिए कि ब्रिटिश सिख समुदाय के भीतर चरमपंथी गतिविधि कहां मौजूद है और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी गतिविधियों को खत्म किया जाए।

Tanuja

Advertising