बदले की आग में प्रेमिका बनी आतंकी का ‘काल’

Monday, Oct 09, 2017 - 11:43 PM (IST)

श्रीनगर(मजीद): मैं उसकी मौत चाहती हूं। यह उस कश्मीरी युवती का सीधा सपाट बयान था, जिसने एक साल पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस के सीनियर अधिकारी के दफ्तर की चौखट लांघने के बाद अपने प्रतिशोध को शब्दों में जाहिर किया था। उम्र के 20वें साल में दिख रही कश्मीरी लड़की जैश-ए-मोहम्मद के ऑप्रेशनल कमांडर खालिद को मरवाना चाहती थी। उसने पुलिस ऑफिसर से कहा था कि मैं आपको उसका सुराग दूंगी, बाकी आपको करना होगा (मारना होगा)। 

लगभग एक साल बाद 9 अक्तूबर, 2017 की सुबह उत्तर कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ एक क्षणिक मुठभेड़ में खालिद ढेर हो गया। उक्त युवती खालिद  की गर्लफ्रैंड थी, जो उसकी कमजोरी बन गई। एक साल पहले युवती को पता चला कि वह प्रैगनैंट है। उसने इस बात का खुलासा खालिद से किया। खालिद का जवाब था कि उसका उससे कोई लेना-देना नहीं है। न तो उसके साथ और न ही उसके गर्भ में पल रहे बच्चे के साथ। 

प्रेमिका ने पुलिस को दी थी सूचना
कुछ समय पहले इस युवती ने एक निश्चित स्थान पर खालिद की मौजूदगी होने के बारे में पुख्ता सूचना दी थी। सूचना के बाद पुलिस की टीम स्पॉट पर पहुंची और इलाके को घेर लिया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। खालिद निकल गया था। एक दूसरे मौके पर भी खालिद भाग निकला। इस बार भी जम्मू-कश्मीर पुलिस को युवती के करीबी सूत्रों ने सूचना दी थी। इसके बाद सुरक्षा बलों की एक टीम सोपोर में खालिद के घुसने का इंतजार करने लगी।

खालिद अपने एक खास व्यक्ति से मिलने आया था। जैसे ही उसे सुरक्षा बलों से घिरे होने की भनक लगी तो उसने फायरिंग शुरू कर दी, लेकिन स्पैशल ऑप्रेशन ग्रुप (एस.ओ.जी.) की टीम ने उसका काम तमाम कर दिया। फायरिंग सिर्फ 4 मिनट चली। दरअसल, खालिद लाडूरा स्थित सरकारी स्कूल से लगे आवास पर पहुंचा था। सुरक्षा बलों ने इस इलाके को पहले से ही घेर रखा था। घाटी में जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख की कहानी का एस.ओ.जी., सी.आर.पी.एफ . की 3 बटालियन, 179-ए 177, 92 और 32 राष्ट्रीय राइफल्स ने ‘द एंड’ कर दिया।

जालंधर में करवाया था गर्भपात
तिरस्कृत होने के बाद उक्त युवती अपने भतीजे के साथ पंजाब के जालंधर चली आई। यहां चोरी-छिपे उसने अजन्मे शिशु को गिरवा दिया। इसके बाद वह वापस लौटी एक प्रतिशोध के साथ कि उस व्यक्ति (खालिद) को खत्म कर देना है। उसका मानना था कि खालिद ने उसको यूज किया और अजन्मे बच्चे की मौत व उसकी बर्बादी का जिम्मेदार वही है। पिछले 8 सालों से वह सुरक्षा बलों की गोलियां से बचता आया था। कितनी बार मुखबिरों ने उसके बारे में सूचना पुलिस को दी, लेकिन वह बचता रहा। हालांकि इस सबके बीच खालिद ने अपनी लवर ब्वॉय वाली इमेज बरकरार रखी थी। खबरों के मुताबिक मुठभेड़ के वक्त भी उसके साथ 3-4 गर्लफ्रैंड्स थीं।

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