सैलानियों को खूब लुभा रहा केरल, तस्वीरें देखकर आपका भी करेगा घूमने का मन

Tuesday, Feb 18, 2020 - 05:37 PM (IST)

बिजनेस डेस्क: केरल एक ऐसा स्थल है जो पर्यटको को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है। पर्वत-पहाडिय़ों और नदियों से घिरा यह राज्य पसंदीदा और लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। समंदर का जो नजारा यहां है वह शायद ही हिंदुस्तान के किसी कोने में हो। इसी का नतीजा है कि यहां घरेलू पर्यटकों की संख्या में 16 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह (अप्रैल-दिसंबर -19) के दौरान घरेलू पर्यटकों की संख्या पहले की इसी अवधि के एक करोड 13 लाख की तुलना में 16 प्रतिशत बढ़कर एक करोड 32 लाख पर पहुंच गई। 

केरल के पर्यटन मंत्री कदकमपल्ली सुरेंद्रन ने मंगलवार को घरेलू विपणन अभियानों के पहले चरण के सफलतापूर्वक पूरा होने और दूसरे चरण के प्रारंभ होने के संबंध में जानकारी देने के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य में घरेलू पर्यटकों का मोह लगातार बढ़ रहा है और हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में और जोरदार वृद्धि हासिल होगी। केरल में घरेलू पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी यह दर्शाती है कि अभियान पर्यटकों को आकर्षित करने में सफल रहा है। देशभर से पर्यटक केरल में न केवल धरोटर के मामले में समृद्ध और मनोहर छठा का अनुभव करने आते हैं बल्कि उन्हें विशेषकर विशु, त्रिशूरपरम और अन्य कई त्योहारों के आयोजन से सम्मान का भी अनुभव होता है । 

अगले वर्ष 20 से 26 जनवरी तक तिरुवनंपुरम के मध्य हरे-भरे कनकाक्कुन्नु पैलेस में सात दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव निशागांधी त्योहार का आयोजन होगा। इसके जरिये कला प्रेमियों को देश के सर्वश्रेष्ठ और उभरती प्रतिभाओं के नजदीक आने का अवसर होगा। उत्सव के दौरान ओडिशी, कथक, भरतनाट्यम, मणिपुरी, मोहिनीअट्टम , छाउ और कुचीपुड़ी जैसे नृत्यों का भव्य मंचन किया जायेगा। पर्यटन निदेशक पी बालाकिरण ने कहा कि राज्य में ऐसे नये और रोमांचक उत्पादों की श्रखंला का समावेश किया गया है जो घरेलू पर्यटकों को भाते हैं और वर्ष में कभी भी आने के लिए आकर्षित करते हैं।

बता दें कि केरल पर्वत-पहाडिय़ों और नदियों से घिरा हुआ है। वर्षा ऋतु मे यहा का नजारा देखने लायक होता है जो बेहद खूबसूरत लगता है। केरल को मानसून सीजन मे ड्रीम सीजन के नाम से भी जाना जाता है यहां की हरियाली मन को लुभा लेने वाली है। वहा के लोग भले ही कम अंग्रेजी और हिन्दी समझते है लेकिन वहा आपको मेहमान नवाजी मे कोई कमी महसूस नही होगी। केरल का खाना बहुत ही स्वादिष्ट होता है जो वो केले के पत्ते मे परोसा जाता है। यहाँ का दृश्य देख के आप विदेशी लम्हे भी भूल जाएगे।

केरल भारत की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है जिसमें कला के कई रूपों के विभिन्न पहलू, भोजन, पहनावा आदि शामिल हैं। कथकली और मोहिनीअट्टम यहां के प्रमुख नृत्य रूप हैं जो सारी दुनिया में सराहे जाते हैं। केरल में मुख्य रूप से तीन धर्मो को माना जाता है – हिंदू, ईसाई और इस्लाम। यह कई मंदिरों का घर है और एक ऐसा स्थान है जहां देवी को भगवती के स्वरूप में पूजा जाता है और पुकारा जाता है। 
 

vasudha

Advertising