केरल HC के जस्टिस बने ब्राह्मणवादी, आर्थिक आरक्षण की वकालत की

Thursday, Jul 25, 2019 - 12:38 PM (IST)

कोच्चि:  केरल हाईकोर्ट के जस्टिस वी चितांबरेश के एक वीडियो इन दिनों वायरल हो रखा है। इस वीडियो में वो ब्राह्मणों की तारीफ करते नजर आ रहे हैं। साथ ही उन्हें आर्थिक आधार पर आरक्षण के लिए आवाज उठाने के लिए भी कह रहे हैं। ये वीडियो कुछ दिनों पहले का है जब जस्टिस वी चितांबरेश एक तमिल ब्राह्मण सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे थे। जहां उन्होने ब्राह्मणों की जमकर तारीफ की। उन्होने कहा कि, ‘ब्राह्मण का जन्म दो बार होता है, पिछले जन्म में अच्छे कर्म के कारण ही उसका दो बार जन्म होता है। ब्राह्मणों में तमाम सद्गुण होते है।‘ 

उन्होंने अपने भाषण के दौरान ये भी कहा कि  ब्राह्मणों को जातिगत आरक्षण का विरोध करते हुए आर्थिक आधार पर आरक्षण के लिए आवाज उठानी चाहिए। अपने भाषण में उन्होने कहा कि ब्राह्मण समाज अपनी जरूरतों और मांगों को लेकर मुखर नहीं है। हालांकि वो एक सैंविधानिक पद पर होने के कारण अपनी राय व्यक्त नहीं कर सकते है, लेकिन ये ब्राह्मणों के लिए मंथन का वक्त है।

जस्टिस चिंताबरेश ने कहा कि, आर्थिक रूप से पिछड़े सवर्णों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण है। एक ब्राह्मण रसोइए के बेटा नॉन क्रीमी लेयर के दायरे से बाहर होने के कारण आरक्षण नहीं ले सकता, लेकिन एक लकड़ी के व्यापारी का बेटा जो पिछड़े वर्ग का है, अगर वो नॉन क्रीमी लेयर के दायरे में आता है तो उसे आरक्षण मिल जाएगा। ऐसे में ये सही वक्त है कि आप सभी आगे आएं और इसको लेकर अपनी आवाज उठाएं।

prachi upadhyay

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