केरल बाढ़: पेड़ों के बीच झूलते हुए कैप्टन ने बचाई 26 लोगों की जान, देखें सांसे रोकने वाला वीडियो

Saturday, Aug 18, 2018 - 10:44 PM (IST)

नई दिल्ली: केरल में बाढ़ ने तांडव मचा रखा है और कुदरत की सबसे बड़ी तबाही से अब तक 324 लोगों की जान जा चुकी है।  इस तबाही में थल सेना, वायु सेना और नौसेना देवदूत की भूमिका निभा रही हैं। दरअसल, शौर्य चक्र विजेता कैप्टन पी राजकुमार ने शुक्रवार को एक ऐसे इलाके से 26 लोगों को एयरलिफ्ट किया जहां मौजूदा स्थिति में इंसान का जाना बेहद मुश्किल था। घने पेड़ों के बीच कैप्टन कुमार ने सी किंग 42क्च चॉपर घर की छत पर ले जाकर 26 लोगों को बचाया। जब तक ऑपरेशन खत्म हुआ तब तक वह 32 लोगों की जान बचा चुके थे। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें आप देख सकते हैं कि सेना किस हद तक जाकर लोगों की जिंदगी बचाने का काम रही है। 


केरल में बाढ़ में घिरी गर्भवती महिला को बचाया गया
वहीं इससे पहले भारतीय नौसेना ने केरल के अलापुजहा जिले में बाढ़ के कारण अपने घर की छत पर फंसी एक गर्भवती महिला को हेलीकॉप्टर की मदद से शुक्रवार को सफलतापूर्वक सुरक्षित तरीके से बाहर निकाल लिया। उस महिला ने बाद में अस्पताल में एक लड़के को जन्म दिया।  गर्भवती महिला को बचाने के लिए परिवार की ओर से भेजे गए आपात संदेश के बाद नौसेना ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मौके पर हेलीकॉप्टर भेजा। उस हेलीकॉप्टर में एक डॉक्टर भी भेजा गया था जिसने नीचे उतर कर पहले उस महिला की जांच की। महिला दर्द से कराह रही थी जिसे हेलीकॉप्टर की मदद से जिले के संजीवनी मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया।  नौसेना के प्रवक्ता ने ट्वीट किया, गर्भवती महिला को बाढ़ के पानी से निकालकर संजीवनी अस्पताल ले जाया गया। महिला की जांच के लिए डॉक्टर को भी उतारा गया। 
 

केरल बाढ़ से हुई 324 लोगों की मौत
 केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि राज्य में वर्षा और बाढ़ के कारण 29 मई से अब तक 324 लोगों की मौत हो चुकी है। विजयन ने कहा कि इन 324 मौतों में से 164 मौतें आठ अगस्त के बाद हुईं हैं। केरल में अब तक सबसे बड़ा बचाव राहत अभियान चलाया जा रहा है जिसमें विभिन्न एजेेंसियों ने अकेले शुक्रवार को 82,442 लोगों को बचाया गया है। अलुवा से 71,591, चलाकुड़ी से 5,500, चेंगन्नुर से 3,060, कुट्टानद से 2,000 और तिरुवल्ला तथा अराणमुला से 741 लोगों को बचाया गया है।  शुक्रवार शाम तक राज्य के 70,085 परिवारों के 3,14,391 लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया जा चुका है। राहत और बचाव अभियान में 40,000 पुलिसकर्मी और अग्निशमन दल के 3,200 कर्मचारियों को लगाया गया है। इसके अलावा नौसेना की 46, वायुसेना की 13, तटरक्षकों की 16 टीमें और राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 79 तथा मतस्य पालन विभाग की 403 नावें बचाव राहत अभियान में लगी हुईं हैं।  


 

Anil dev

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