केजरीवाल के निर्देश- यमुना के आसपास बसे लोगों को जल्द मुहैया कराएं आश्रय
Monday, Jul 30, 2018 - 07:00 PM (IST)
नेशनल डेस्क: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को उन लोगों के आश्रय की उचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया है जो मकानों में यमुना का पानी भर जाने के बाद सड़कों पर रहने को मजबूर हैं। शनिवार को यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचान के बाद नदी के तट पर बसे कई लोगों को वहां से हटाया गया।
उचित इंतजाम सुनिश्चित करने के दिए निर्देश
केजरीवाल ने कहा कि प्रभारी मंत्री कैलाश गहलोत जी को अधिकारियों के साथ मौके का दौरा करने और उचित इंतजाम सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। इन लोगों के आश्रय के लिए उचित व्यवस्था ना होने की खबरों के बाद मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं। अधिकारी ने बताया कि यमुना का पानी 206 मीटर तक पहुंच सकता है जबकि खतरे का निशान 204.83 मीटर पर है।
यमुना के जल स्तर में बढ़ोतरी जारी
बता दें कि यमुना के जल स्तर में बढ़ोतरी जारी है और नदी आज तीसरे दिन भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बारिश के कारण नदी के जल स्तर में वृद्धि को देखते हुए लोहा पुल को वाहनों के यातायात के लिए कल बंद कर दिया गया। इसी बीच आज दोपहर एक बजे तक हथिनीकुंड बैराज से 31,342 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली रेलवे पुल और पल्ला बैराज पर पानी का स्तर क्रमश: 205.7 और 211.42 मीटर है। खतरे का निशान 204.83 मीटर पर है।
मनीष सिसोदिया ने लिया अभियान का जायजा
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कल अक्षरधाम और पांडव नगर सहित शहर के निचले इलाकों से लोगों को निकालने के लिए चल रहे अभियान का जायजा लिया। उन्होंने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील भी की। इससे पहले खबर आई थी कि शहर के कई घर पानी में डूब गये हैं और उनमें रहने वाले लोग सड़कों पर रह रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने के लिए राष्ट्रीय राजधानी की सरकार ने कल बाढ़ नियंत्रण कक्ष और 24 घंटे काम करने वाले आपातकालीन संचालन केंद्र की स्थापना की।