ऑक्सीजन और दवा संकट: दिल्ली हाईकोर्ट की केजरीवाल सरकार को फटकार, गिद्ध जैसी हरकत न करें

Tuesday, Apr 27, 2021 - 06:11 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली में ऑक्सीजन सिलेंडरों और दवाओं की कालाबाजारी पर हाईकोर्ट ने केजरीवाल सरकार को फटकार लगाई। दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि दिल्ली सरकार की व्यवस्था विफल हो गई है, क्योंकि ऑक्सीजन सिलेंडरों और दवाओं की कालाबाजारी जारी है। दिल्ली के शांति मुकुंद अस्पताल ने हाईकोर्ट में बताया कि उसे जितनी ऑक्सीजन मुहैया कराई गई थी सरकार ने उसकी मात्रा कम कर दी, अब अस्पताल के पास ऑक्सीजन नहीं है। इस पर दिल्ली सरकार ने कहा कि अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहे हैं। 

मर रहे हैं मरीज
शांति मुकुंद अस्पताल ने हाईकोर्ट में बताया कि उसे रोजाना 3 मीट्रिक टन ऑक्सीजन चाहिए लेकिन उसे 3.2 अलॉट किया गया पर मिला सिर्फ 2.69 मीट्रिक टन। इस पर हाईकोर्ट ने अस्पताल से पूछा कि अब क्या स्थिति है, इस पर उन्होंने जवाब दिया कि मरीज मर रहे हैं। अस्पताल का जवाब सुनकर हाईकोर्ट ने कहा कि आखिर सरकार कर क्या रही है, हम तो इस सरकार से तंग आ गए हैं, आखिर ऑक्सीजन कहां पर हैं। कोर्ट ने केजरीवाल सरकार को फटकारते हुए कहा कि ऑक्सीजन रिफिलर्स के खिलाफ कार्रवाई जाए। साथ ही कोर्ट ने कहा कि यह समय लोगों के साथ गिद्धों जैसा व्यवहार करने का नहीं है।

दिल्ली सरकार ने इस पर कहा कि ऑक्सीजन को लेकर आज हम ऑर्डर पास करने वाले हैं, उसमें सभी जानकारियां होंगी, अस्पतालों को पता रहेगा कि उन्हें ऑक्सीजन की सप्लाई कहां से आ रही है। साथ ही केजरीवाल सरकार ने कहा कि हम कभी इस व्यापार में नहीं रहे हैं, हम काफी मेहनत कर रहे हैं। हाईकोर्ट ने निर्देश दिया कि सरकार तुरंत शांति मुकुंद अस्पताल को 2.69 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मुहैया कराए।

हाईकोर्ट ने रेमडेसिविर पर भी पूछे सवाल
हाईकोर्ट ने जब रेमडेसिविर पर पूछा तो दिल्ली सरकार ने कहा कि हमारे पास इसकी सीमित सप्लाई है। इस पर कोर्ट ने कहा कि घर पर रह रहे मरीजों को रेमडेसिविर न देना गलत फैसला है, आप मरीज की जान ले रहे हैं। हाईकोर्ट ने कहा कि सरकार के इस आदेश का मतलब है कि आप अगर अस्पताल में नहीं है तो आपको रेमडेसिविर नहीं दी जाएगी। कोर्ट ने कहा कि यह काफी मुश्किल समय है। लोग घर पर ही खुद अपना इलाज कर रहे हैं तो सरकार को भी सहयोग करना चाहिए।

Seema Sharma

Advertising