ऑफ द रिकॉर्डः अमित शाह से बात के बाद केजरीवाल ने बदली रणनीति

Sunday, Jun 14, 2020 - 05:33 AM (IST)

नई दिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और मौतों के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में तालाबंदी को फिर से लागू करने बारे अपनी रणनीति बदल दी। दोनों नेताओं में बुधवार को हुई चर्चा में केजरीवाल चाहते थे कि शहर में कम से कम 15-21 दिनों के लिए फिर से सख्त तालाबंदी की जाए। 

उन्होंने बताया कि जब से 3 जून को राजधानी में अनलॉक 1.0 शुरू हुआ है, तब से कोरोना के मामले खतरनाक रूप से बढ़ रहे हैं। 3 जून से पहले प्रतिदिन यह 1000 से नीचे थे और मौतों की संख्या भी कम थी लेकिन लॉकडाऊन हटने के बाद मामलों ने 1500 से अधिक की रिकॉर्ड संख्या छू ली है और मौतों की संख्या आसमान छू गई है। 

उन्होंने कहा कि लॉकडाऊन फिर से लागू करने के अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं बचा है। आधिकारिक रूप से दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने केजरीवाल सरकार के कुछ फैसलों को पलट दिया, जो शहर के निवासियों के सर्वोत्तम हित में लिए गए थे। केजरीवाल ने बताया कि शहर में कोरोना मामले बढऩे से कंटेनमैंट जोन की संख्या तेजी से बढ़ रही है जो 92 से 242 तक पहुंच गई है। 

हालांकि, अमित शाह ने उनसे पूछा कि क्या उनका प्रस्ताव सभी संबंधित एजैंसियों और प्राधिकरणों से प्राप्त इनपुट पर आधारित है। दूसरा, उन्होंने पूछा कि दिल्ली की वित्तीय जरूरतों और कर्मचारियों को वेतन कैसे देंगे। राज्य पहले से ही हजारों करोड़ रुपए मांग रहा है और राजस्व इकट्ठा करने की कोई नीति नहीं है। 

जाहिर तौर पर केंद्र चाहता था कि तालाबंदी फिर से लागू होने पर वह कुछ ठोस कार्ययोजना के साथ आए। बैठक के बाद, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शुक्रवार को एक बयान जारी किया कि दिल्ली सरकार की लॉकडाऊन लगाने की कोई योजना नहीं है। यहां उल्लेखनीय है कि दिल्ली एक केंद्र शासित प्रदेश के रूप में शासित है और एल.जी. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रमुख हैं, जो अकेले निर्णय ले सकते हैं।

Pardeep

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