तेलंगाना : केसीआर मंत्रिमंडल का विस्तार, बेटे और भतीजे को नहीं मिली जगह

Tuesday, Feb 19, 2019 - 06:14 PM (IST)

हैदराबाद : तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने मंगलवार को कैबिनेट का विस्तार करते हुए दस मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया। हालांकि सभी को चौंकाते हुए उन्होंने अपने बेटे के टी रामा राव और भतीजे टी हरीश राव को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी। दो महीने से अधिक समय से चल रहे कयासों को खत्म करते हुए राव ने दो सदस्यीय मंत्रिमंडल का विस्तार किया। सात दिसम्बर को हुए राज्य विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी ने शानदार जीत हासिल की थी जिसके बाद पहली बार उन्होंने मंगलवार को कैबिनेट का विस्तार किया।

मंत्रि परिषद में शामिल छह नए चेहरे हैं एस. निरंजन रेड्डी, कोप्पुला ईश्वर, ईराबेली दयाकर राव, वी. श्रीनिवास गौड़, वेमुला प्रशांत रेड्डी और सीएच मल्ला रेड्डी। राव की पिछली सरकार में मंत्री रहे ए. इंद्रकरण रेड्डी, तलासानी श्रीनिवास यादव, जी. जगदीश रेड्डी और एटेला राजेन्दर भी नए मंत्रिमंडल में जगह मिली है। हरीश राव, जो पिछली सरकार में सिंचाई मंत्री रहे के साथ-साथ रामा राव को भी मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला।

आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के राज्यपाल ई एस एल नरसिम्हन ने नए मंत्रियों को राजभवन में मुख्यमंत्री की मौजूदगी में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इससे कैबिनेट मंत्रियों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। सत्तारूढ़ दल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि केसीआर संभवत: हरीश राव को कैबिनेट से बाहर रखकर उनकी सेवाएं आगामी लोकसभा चुनावों में लेना चाह रहे हों। कैबिनेट के नए सदस्यों को बधाई देते हुए हरीश राव ने कहा कि वह पार्टी के अनुशासित सिपाही हैं और मुख्यमंत्री जो भी कहेंगे, वह उसका पालन करेंगे।

उन्होंने कहा, ‘मैंने आपसे बार-बार कहा है कि मैंने अनुशासित सिपाही की तरह हूं। मुख्यमंत्री जो भी कहेंगे, मैं उसका पालन करूंगा।’ 119 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत हासिल करने के एक दिन बाद रामा राव को टीआरएस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। केटीआर को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करते हुए केसीआर ने कहा था कि वह राष्ट्रीय राजनीति और राज्य में विभिन्न विकास गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। 

shukdev

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