कोरोना वायरसः चीन से भारतीय नागरिकों को बाहर निकालेगी सरकार

Tuesday, Jan 28, 2020 - 07:48 PM (IST)

नई दिल्ली : भारत ने चीन के हुबेई प्रांत में कोरोना विषाणु के प्रकोप के मद्देनज़र वहां मौजूद भारतीय नागरिकों को निकालने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि हमने हुबेई प्रांत में एन कोरोना विषाणु के प्रकोप के कारण निर्मित स्थिति के कारण प्रभावित भारतीय नागरिकों को वहां से निकालने की तैयारी आरंभ कर दी है। कुमार ने कहा कि बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास चीन सरकार के अधिकारियों के संपर्क में है और आवश्यक इंतज़ाम कर रही है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय इस बारे में प्रगति को लगातार साझा करता रहेगा। 


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि पेइचिंग स्थित भारतीय दूतावास इस मुद्दे पर चीन की सरकार, अधिकारियों और नागरिकों के संपर्क में है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, 'हमने चीन के हुबेई प्रांत में कोरोना वायरस के प्रकोप से पैदा हुए हालात से प्रभावित भारतीय नागरिकों को वहां से निकालने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।'उधर, डीजीसीए ने एयर इंडिया को वुहान के उड़ान की अनुमति दे दी है। भारत ने हॉटलाइन नंबर भी जारी किया है। बता दें कि देश के अलग-अलग हिस्से में संक्रमण की आशंका के कारण चीन से आए कुछ यात्रियों को अस्पताल में निगरानी में रखा है। दिल्ली में तीन, मुंबई व पुणे में छह और तमिलनाडु में आठ लोगों को निगरानी में रखा गया है। नेपाल सीमा से आ रहे यात्रियों की सशस्त्र बल के कर्मी स्क्रीनिंग कर रहे हैं। 


चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में सबसे पहले यह विषाणु सामने आया। इस विषाणु से मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। अभी तक दुनिया भर में 4000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। चीन से निकलकर कोरोना विषाणु दूसरे देशों में पांव पसार रहा है। अमेरिका, हांगकांग, मकाऊ, ताईवान और भारत के बाद अब श्रीलंका में भी कोरोना विषाणु के संदिग्ध मिले हैं। 


चीन में अब तक 106 लोगों की मौत हुई है जबकि 1300 से अधिक नए मामले सामने आए हैं। हुबेई प्रांत में स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि 24 और लोगों की मौत वायरस से हुई है और 1291 अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। सोमवार को चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने इस विषाणु के कारगर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक की और देश की एजेंसियों को रोग की रोकथाम और नियंत्रण की गंभीर स्थिति पर ध्यान देने और नागरिकों की जान की सुरक्षा के लिए ज्यादा सुव्यवस्थित, मजबूत और वैज्ञानिक कदम उठाकर रोग के फैलाव को कारगर रूप से नियंत्रित करने और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। 

shukdev

Advertising