कर्नाटकः बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले में सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट

Saturday, Jul 27, 2019 - 06:19 PM (IST)

नेशनल डेस्कः कर्नाटक के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री येदियुरप्पा और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार के खिलाफ नौ साल पुराने भ्रष्टाचार के मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के लिए तैयार हो गया है। न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि वह एनजीओ समाज परिवर्तन समुदाय के लॉकस स्टैंडी (अदालत में जाने के अधिकार) पर निर्णय देगी। एनजीओ मामले में हस्तेक्षेप कर रहा है और चाहता है कि कुछ साल पहले बद हो चुके मामले को फिर से खोला जाए।

एनजीओ का प्रतिनिधित्व करते हुए वकील प्रशांत भूषण ने दिन में अदालत से कहा कि येदियुरप्पा के कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनने की संभावना है। बता दें कि येदियुरप्पा ने शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। पीठ ने कहा कि वह किसी नाम से या किसी व्यक्ति से प्रभावित नहीं है और वह मामले पर दो हफ्ते बाद सुनवाई करेगी।

येदियुरप्पा की ओर से पेश वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि एनजीओ अनावश्यक रूप से भ्रष्टाचार मामले को खोलने की कोशिश कर रहा है। इस मामले को कर्नाटक उच्च न्यायालय ने दिसबंर 2015 में रद्द कर दिया था। यह मामला कर्नाटक (रिक्ट्रिक्शन ऑफ ट्रांसफर) ऑफ लैंड एक्ट के कर्नाटक 4.20 एकड़ भूमि की अधिसूचना को रद्द करने से जुड़ा है।

इसमें आरोप लगाया गया है कि 5.11 एकड़ की भूमि को बी.के.श्रीनिवासन द्वारा 1962 में खरीदा गया। इसमें कहा गया कि 4.20 एकड़ की जमीन को कृषि इस्तेमाल से औद्योगिक इस्तेमाल के लिए बदल दिया गया। इस भूमि को बंगलोर विकास प्राधिकरण अधिनियम के प्रावधानों के तहत अधिग्रहण के लिए अधिसूचित किया गया।

इसमें आरोप लगाया गया कि डीके शिवकुमार ने शहरी विकास मंत्री का पदभार संभालने के बाद पूरी जानकारी में भूमि को अधिग्रहण के लिए अधिसूचित किया। इस जमीन को शिवकुमार ने श्रीनिवासन से 18 दिसंबर 2003 को 1.62 करोड़ रुपये में भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम का उल्लंघन कर खरीद लिया। आरोप यह भी लगाया गया है कि यह खरीद कर्नाटक रिस्ट्रिक्शन ऑफ ट्रांसफर ऑफ लैंड एक्ट की धारा 3 का उल्लंघन है।

Yaspal

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