कर्नाटकः होटलों में कैद विधायकों ने की अपील, घर जाने दिया जाए

Monday, May 21, 2018 - 07:18 PM (IST)

नेशनल डेस्कः कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की नई सरकार का बुधवार को शपथग्रहण समारोह होगा। सरकार गठन को लेकर दोनों पार्टियों में उठापठक जारी है। बेंगलुरू से लेकर दिल्ली तक नेताओं के बीच बैठकों का दौर जारी है। माना जा रहा है कि गुरुवार को राज्य के भावी मुख्यमंत्री कुमारस्वामी बहुमत साबित करेंगे। ऐसे में अपने विधायकों को भापजा के पाले में जाने से रोकने के लिए दोनों पार्टियों के विधायकों को कड़ी सुरक्षा के बीच हटल में ठहराया हुआ ह। 15 मई से अपने विधायकों को अब घर की याद आने लगी है।

दोनों पार्टियों ने रविवार को फैसला किया था कि सभी विधायकों को उनके निर्वाचन क्षेत्र भेज दिया जाए क्योंकि वह चुनाव नतीजे आने के बाद से ही घर से दूर हैं। बहुत से विधायक घर वापस जने के लिए बैचेन हैं और अपने नेताओं पर लगातार दबाव बना रहे हैं। हालांकि नेताओं ने अपना फैसला बदल लिया है और विधायकों को कहा है कि वह गुरुवार तक होटलों में ही रुकें क्योंकि उन्हें भाजपा द्वारा विधायकों की खरीद-फरोख्त का डर है।

विधायकों ने की रिश्तेदारों से मिलने की मांग
नेताओं ने विधायकों की उस मांग को भी नजरअंदाज कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हमें एक दिन के लिए अपने रिश्तेदारों से मिलने का मौका दिया जाए, एक तरफ जहां कांग्रेस के विधायक बेंगलुरु के निकट बने होटल हिल्टन में टिके हुए हैं, वहीं जेडीएस के विधायकों का ली मेरिडियन होटल से निकालकर एक रिजॉर्ट में शिफ्ट कर दिया गया है। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जी परमेश्वर ने कहा कि हमारे सभी विधायकों के साथ बैठक करेंगे।

वहीं दूसरी ओर कुमारस्वामी ने अपने विधायकों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने बताया कि पार्टी का राज्य में सरकार बनाना कितना महत्वपूर्ण है। उन्होंने अपने विधायकों से अनुरोध किया है कि वह और उनके पिता एचडी देवगौड़ा द्वारा कैबिनेट को लेकर जो भी निर्णय करें, विधायक उसे सहर्ष स्वीकार कर लें।  

 


 


 

Yaspal

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