कर्नाटकः अबतक सिर्फ दो मुख्यमंत्री ही पूरा कर पाए हैं 5 साल का कार्यकाल

Wednesday, Jul 24, 2019 - 05:39 AM (IST)

नेशनल डेस्कः कर्नाटक में कांग्रेस समर्थित कुमारस्वामी की सरकार गिर गई है। विश्वासमत के समर्थन में 99 वोट के खिलाफ में 105 वोट पड़े। पिछले 15 दिन से एचडी कुमारस्वामी सरकार बहुमत साबित करने का संकट था, लेकिन विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद उनकी सरकार बहुमत नहीं साबित कर पाई। कर्नाटक के सियासी इतिहास में चुनाव बाद बने किसी गठबंधन ने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया है। अब तक केवल 2 मुख्यमंत्री ऐसे रहे हैं, जिन्होंने पूरे साल सरकार चालई थी।

1956 में कर्नाटक के बनने से लेकर अबतक सिर्फ दो मुख्यमंत्रियों ने अपने 5 साल का कार्यकाल पूरा किया है। 1972 में डी देवराज ने सत्ता में आने के बाद अपना कार्यकाल पूरा किया था। इसके बाद 2013 में सिद्धरमैया ने पूरे 5 साल सरकार को चलाया था। कर्नाटक की 20 साल की सियासत को देखें तो 2 बार खंडित जनादेश, 4 बार गठबंधन की सरकारें, 2 बार राष्ट्रपति शासन और 10 मुख्यमंत्री बने।

बता दें कि मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट में मुख्यमंत्री  कुमारस्वामी असफल हो गए। विधानसभा में विश्वासमत प्रस्ताव एचडी कुमारस्वामी ने पेश किया था। विश्वास मत के पक्ष में 99 वोट पड़े जबकि विरोध में 105 वोट पड़े।

विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस के 12 बागी विधायकों को मंगलवार सुबह 11 बजे उपस्थित रहने के लिए समन भेजा, लेकिन उन्होंने निजी कारणों का हवाला देकर बेंगलुरु आने में असमर्थता जाहिर करते हुए मुलाकात के लिए चार सप्ताह का समय मांगा था। दो निर्दलीय विधायकों आर शंकर और एच नागेश के 8 जुलाई को मंत्री पद से इस्तीफा देते हुए सरकार से समर्थन वापस ले लिया और बीजेपी को समर्थन देने की बात कही। दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन के साथ बीजेपी के पास 107 विधायक हो गए हैं, जिसमें उसके 105 विधायक हैं।

कुमारस्वामी की सरकार गिरने के बाद बीजेपी खेमे में खुशी की लहर देखी गई. विधानसभा के बाहर बीजेपी कार्यकर्ता जश्न मनाते दिखे। उधर सदन में पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा विक्टरी साइन दिखाते हुए नजर आए. उनके साथ बीजेपी के सभी विधायक मौजूद दिखे।

 

Yaspal

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