शपथ कर्नाटक की, मिशन 2019 का!

Wednesday, May 23, 2018 - 06:42 PM (IST)

नई दिल्ली: कर्नाटक की जमीन पर आज एचडी कुमारस्वामी के शपथ लेते ही समारोह में एक ऐसा मंच तैयार हुआ जो देश की राजनीति में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है। देशभर में मोदी के चेहरे के साथ भगवा रथ दौड़ा रही भाजपा को रोकने के लिए विपक्ष अब एक साथ जुड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। कांग्रेस-जेडीएस के गठबंधन की सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष की एकजुटता का ऐसा नजारा देखने को मिला जोकि 2019 के आमचुनाव से पहले पीएम नरेंद्र मोदी की टेंशन बढ़ा सकता है। 


पहली बार कर्नाटक में एक मंच पर दिखे मायावती, अखिलेश 
प्रदेश में भाजपा के खिलाफ समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने एक-दूसरे से हाथ जरूर मिलाया है लेकिन मायावती और अखिलेश यादव अभी तक एक मंच पर साथ नहीं दिखे। कर्नाटक में जद (एस) नेता एच.डी. कुमारस्वामी के नेतृत्व में गठित होने जा रही सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में दोनों के एक साथ नजर आए। बहुजन समाज पार्टी के सहयोग से समाजवादी पार्टी द्वारा फूलपुर और गोरखपुर संसदीय क्षेत्रों के उपचुनाव में जीत हासिल करने के बाद अखिलेश यादव ने मायावती के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की थी। यह पहला मौका है जब दोनों किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में साथ हुए हैं।  


विपक्ष का मेगा शो 
कुमारस्वामी का शपथ ग्रहण समारोह लगभग विपक्षी पार्टियों के सभी दिग्गज नेता इस समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे। इनमें यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा, एसपी के अखिलेश यादव, बीएसपी प्रमुख मायावती, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जेडीयू के पूर्व नेता शरद यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, आंध्रप्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू और आरएलडी प्रमुख अजित सिंह समेत कई नेता पहुंचे थे। 

विपक्ष दल रखते हैं 278 सीटों पर दावेदारी 
आपको बतां दे कि जितने भी दल कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए हैं वो लोकसभा की करीब 278 सीटों पर मजबूत दावेदारी रखते हैं। एक नजर देखें तो उत्तर प्रदेश 80, पश्चिम बंगाल 42, आंध्र-तेलंगाना की 42, बिहार की 40, कर्नाटक 28, केरल 20, पंजाब की 13, दिल्ली की 7 और जम्मू कश्मीर की 6 सीटों पर मजबूत दावेदारी रखने वाले दल इस शपथ ग्रहण का हिस्सा होंगे। 

Anil dev

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