बोपैया कर्नाटक विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर, नियुक्ति के खिलाफ SC पहुंची JDS

Friday, May 18, 2018 - 06:52 PM (IST)

बेंगलुरुः कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने आज के. जी. बोपैया को कर्नाटक विधानसभा का अस्थायी अध्यक्ष (प्रो - टेम स्पीकर) नियुक्त किया। वह कल नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे और उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार सदन में शक्ति परीक्षण कराएंगे। जहां, कांग्रेस ने राज्यपाल के इस कदम की निंदा की है। वहीं जेडीएस इस नियुक्ति के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है।

कौन है बोपैया?

  • बोपैया आर.एस.एस. से जुड़े रहे हैं।
  • बोपैया 2009 से 2013 के बीच विधानसभा के स्पीकर रहे थे। वह मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के करीबी माने जाते हैं।
  • उन्होंने 2011 में पिछली येदियुरप्पा सरकार की मदद के लिए विश्वासमत से पहले भाजपा के 11 असंतुष्ट विधायकों और पांच निर्दलीय विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया था।
  • उनके फैसले को कर्नाटक उच्च न्यायालय ने कायम रखा था लेकिन उच्चतम न्यायालय ने पलट दिया। शीर्ष न्यायालय ने कहा था कि बोपैया ने हड़बड़ी दिखाई।       


कांग्रेस ने उठाए सवाल  
कांग्रेस ने कहा कि यह जिम्मेदारी सदन के सबसे वरिष्ठ सदस्य को दिए जाने की परंपरा रही है और कर्नाटक में भी इसी का पालन होना चाहिए।  कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा कि संसद और विधानसभाओं के अस्थायी अध्यक्ष को लेकर यह परंपरा रही है कि सबसे वरिष्ठ सदस्य इस भूमिका को निभाते है। उनका काम सिर्फ खुद शपथ लेना और फिर दूसरों को शपथ दिलाना है। इसके बाद सीधा विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होती है। कांग्रेस नहीं चाहती कि यह परंपरा टूटे। यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस बोपैया की नियुक्ति को चुनौती देगी तो सिंघवी ने कहा कि हमारे लिए सभी अधिकारों का इस्तेमाल करने का विकल्प खुला हुआ है।  कांग्रेस का कहना है कि उसके विधायक आर वी देशपांडे को यह जिम्मेदारी दी जानी चाहिए थी।  कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को शनिवार को बहुमत सिद्ध करना है। इसको देखते हुए राज्यपाल ने विधानसभा के संचालन हेतु अस्थायी (प्रोटेम) अध्यक्ष के लिए भाजपा विधायक के जी बोपैया को नियुक्त किया है। 

Seema Sharma

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