कर्नाटक बाढ़: प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी

Monday, Aug 12, 2019 - 12:09 PM (IST)

बेंगलुरु: बाढ़ से मची तबाही के बाद कर्नाटक में युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य जारी है। बारिश रुकने से प्रभावित इलाकों में पानी का स्तर कम हुआ है। जिससे लापता लोगों की तलाश और फंसे हुए लोगों को निकालने के काम में तेजी आई है। बचाव कार्य में लगे अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ और भूस्खलन के कारण बाधित हुए मार्गों को साफ करने का काम भी शुरू कर दिया गया है। हालांकि अभी भी कई जलाशयों में पानी का स्तर बढ़ने और वहां से पानी छोड़े जाने के कारण बांधों के आसपास के क्षेत्रों में सावधानी बरती जा रही है।

कर्नाटक के १७ जिलों के ८० ताल्लुक बारिश और बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हैं। राज्य सरकार ने रविवार को आकड़े जारी करते हुए बताया कि बाढ़ के कारण ४० लोगों की मौत हुई तो वहीं १४ लोगों लापता है। हालांकि रविवार शाम से अबतक कुल पांच लाख अस्सी हजार से ज्यादा लोगों को प्रभावित इलाकों को निकाला जा चुका है। वहीं ११६८ राहत शिविरों में ३ लाख २७ हजार लोगों ने पनाह ली हुई है। इतना ही नहीं ५० हजार से ज्यादा जानवरों को भी बचाया गया है।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा सोमवार को दक्षिण कन्नड़ और मैसूर जिले के प्रभावित इलाकों का दौरा करके राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लेंगे। वह अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। सीएम येदियुरप्पा ने रविवार को कहा था कि प्राथमिक आकलन के अनुसार राज्य को बाढ़ से करीब १०,००० करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। जिसके बाद उन्होने केन्द्र से तुरंत ३,००० करोड़ रुपये की सहायता राशि की मांग की है। वहीं गृहमंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी उत्तर कर्नाटक के बाढ़ प्रभावित इलाकों का रविवार और शनिवार को हवाई निरीक्षण किया था।

कर्नाटक में दमकल और आपात सेवाएं, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना राज्य में बचाव एवं राहत अभियान में जुटी हुई है। इस दौरान भारतीय वायु सेना के चार हेलीकॉप्टरों और नौसेना के एक हेलीकॉप्टर की भी सहायता ली जा रही है।
 


 

prachi upadhyay

Advertising