कर्नाटक चुनाव: CM सिद्धरमैया की वजह से कांग्रेस की हुई हार!

Friday, May 18, 2018 - 12:46 PM (IST)

नई दिल्ली: कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति के बीच राज्य के अधिकतर दिग्गज नेता अपना गढ़ बचाने में कामयाब रहे। चामुंडेश्वरी सीट पर निवर्तमान मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को भी करारी हार झेलनी पड़ी। वहीं अब हार के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ अब एक जिद्दी और रौबदार व्यक्तित्व कहे जाने वाले सिद्धारमैया पर भी सवाल उठने शुरु हो गए हैं। कहा जा रहा है कि उनकेगलत अनुमान की वजह से राज्य में कांग्रेस हारी है। 

दरअसल सिद्धारमैया को पार्टी नेताओं ने कई बार दो सीटों से चुनाव न लडऩे की सलाह दी लेकिन उन्होंने हमेशा उनको नजरअंदाज किया।बताया जा रहा है कि इससे दोनों सीटों पर अपने प्रचार में ही बंध कर रह गए और बाकी सीटों पर प्रचार के लिए वह बिलकुल समय नहीं दे सके। यह सब तब शुरू हुआ जब जेडीएस ने उनके ललकारते हुए उन्हें चामुंडेश्वरी सीट से लडऩे की चुनौती दे डाली। यह सीट वोक्कालिगा का गढ़ कही जाती है और सिद्धारमैया तब यहां से चुनाव लड़ते थे जब वह देवगौड़ा के सहयोगी हुआ करते थे। सिद्धारमैया ने चुनौती स्वीकार कर ली लेकिन खुद राजवंश की राजनीति में फंस गए और अपनी सुरक्षित सीट वरुणा से अपने बेटे यतींद्र को उतारा। जल्द ही उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ तो दूसरी सीट बादामी के लिए लॉबिंग शुरू कर दी। पार्टी के लोग सिद्धारमैया को हमेशा समझाते रहे कि उन्हें अपने लिए वरुणा सीट सुरक्षित रखनी चाहिए थी। वहीं उनके बेटे को उपचुनाव या राज्यसभा सीट के लिए भी उतारा जा सकता था। 

सीएम सिद्धारमैया को झेलनी पड़ी करारी हार
आपको बतां दे कि चामुंडेश्वरी सीट पर निवर्तमान मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को भी करारी हार झेलनी पड़ी। हालांकि वह मामूली अंतर से बादामी सीट बचाने में कामयाब रहे। भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी एस येदियुरप्पा शिकारीपुरा सीट जीतने में कामयाब रहे और जदएस के नेता एचडी कुमारस्वामी भी रामनगर और चन्नापटना से जीत हासिल की।

सिद्धरमैया के करीबी एच सी महादेवप्पा हारे
राज्य सरकार के मंत्रियों की बात करें तो टी नरसीपुरा सीट पर सिद्धरमैया के करीबी एच सी महादेवप्पा को हार का सामना करना पड़ा। उन्हें जेडीएस के एम अश्विन कुमार को हराया। इसके अलावा रामनाथ राय, एच अंजान्या, एस पी आर पाटिल, एसएस मल्लिकार्जुन, कादुगो थिमप्पा, बी रायारेड्डी, आर लमानी और प्रमोद माधवराज को भी हार का सामना करना पड़ा। 

Anil dev

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