कर्नाटक: कोरोना नियमों की सरेआम उड़ी धज्जियां, कांग्रेस नेता सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ने 'पदयात्रा' में लिया भाग
Tuesday, Jan 11, 2022 - 02:13 PM (IST)
नेशनल डेस्क: देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर दस्तक दे चुकी है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई राज्यों ने कोविड के बढ़ते मामलों पर लगाव लगाने हेतु कई पाबंदियां लगाई हुई हैं। इसी बीच, कोरोना नियमों को ताक पर रखते हुए कर्नाटक के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया और राज्य कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने पदयात्रा' में भाग लिया। सिद्दारमैया ने यहां पदयात्रा में शामिल होने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेकेदतु पदयात्रा के कारण कोरोना के मामलों में वृद्धि नहीं हो रही है। दिल्ली, महाराष्ट्र और केरल में कोई पदयात्रा नहीं निकाली गई है, फिर भी वहाँ कोविड के मामलों में वृद्धि हुई है।'' पदयात्रा के पहले दिन वह हल्का से बुखार होने के बाद बेंगलुरु लौट गए थे। उन्होंने इस यात्रा में शामिल होने वाले सभी लोगों की सुरक्षा की कामना की।
Ramanagara | Karnataka former Chief Minister Siddaramaiah and State Congress President DK Shivakumar participated in Congress' ‘padayatra’ amid a surge in Covid cases pic.twitter.com/f69XKZLMPy
— ANI (@ANI) January 11, 2022
किसी भी कीमत पर अपनी पदयात्रा नहीं रोकेंगे
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘हम किसी भी कीमत पर अपनी पदयात्रा नहीं रोकेंगे, लेकिन मैं भगवान से प्रार्थना करूंगा कि कोई भी पदयात्री कोविड-19 से संक्रमित न हो।'' उल्लेखनीय है कि कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार ने भी कुछ दिनों पहले पदयात्रा को लेकर इसी तरह का बयान दिया था। कांग्रेस ने मेकेदतु परियोजना को जल्द से जल्द लागू करने की मांग को लेकर पदयात्रा निकाल रही है। यह परियोजना तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच राजनीतिक तकरार के कारण अधर में पड़ी हुई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे, आर.वी. देशपाने और अन्य की मौजूदगी में रविवार को रामनगर जिले में अकरवती और कावेरी नदियों के संगम पर इसका शुभारंभ किया गया। सिद्दारमैया ने कहा कि अगर राज्य सरकार कानून का मजाक नहीं बनाना चाहती है, तो उसे सांसद रेणुकाचार्य और सुभाष गुट्टेदार के खिलाफ दंडात्मक कारर्वाई करनी चाहिए थी, जिन्होंने कोविड के मानदंडों का भी उल्लंघन किया है।
बोम्मई सरकार पदयात्रा को रोकने के प्रयास कर रही
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के कारण पदयात्रा को स्थगित नहीं किया जा सकता क्योंकि इसे दो महीने पहले तैयार किया गया था। उन्होंने तकर् दिया, ‘‘नहीं, नहीं, नहीं। हम लोगों के जीवन से खिलवाड़ नहीं कर रहे है। लोगों की जान बचाई जानी चाहिए। इसमें कोई दो राय नहीं हैं।'' उन्होंने कहा कि बसवराज बोम्मई सरकार पदयात्रा को रोकने के प्रयास कर रही है क्योंकि लोगों की स्वैच्छिक भागीदारी के कारण वह डर गई है। उन्होंने कहा, ‘‘पदयात्रा के प्रति लोगों के लोगों के उत्साह को देखकर, मुझे लगता है कि बोम्मई की नींद उड़ गई है और वह वर्षों पहले बेल्लारी पदयात्रा को याद कर रहे होंगे, जब पदयात्रा के आखिरी दिन पांच लाख लोग इकट्ठा हुए थे। किसी भी कीमत पर, हम यात्रा को नहीं रोकेंगे। बोम्मई सरकार द्वारा इसे रोकने के प्रयास किए जाने के बावजूद यात्रा जारी रहेगी।'' शिवकुमार और अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कोविड के मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए दर्ज प्राथमिकी के बारे में पूछे जाने पर सिद्धारमैया ने कहा, ‘‘अगर सरकार कानूनी रूप से पदयात्रा को रोकने की कोशिश कर रही है, तो हम यह लड़ाई कानूनी रूप से भी लड़ेंगे।''