हिंदी की उपयोगिता को लेकर कर्नाटक के सीएम ने दिया बड़ा बयान

Tuesday, Aug 15, 2017 - 11:22 PM (IST)

बेंगलुरुः देश के 71वें स्वतंत्रता दिवस पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हिंदी की उपयोगिता को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि राज्यों पर जबरन भाष थोपना लगत है। हरेक राज्य की अपनी भाषा होती है। जो उसके कारगर विकास का माध्यम बनती है। उन्होंने यह बातें, देश के 71वें स्वतंत्रता दिवस पर संबोधन के दौरान कहीं।  

उनका कहना था कि देश में जातिवाद, सांप्रदायिकता व फासीवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। लोगों को चाहिए कि ऐसी ताकतों पर अंकुश लगाने के लिए तैयार रहे। उनका कहना था कि इन चीजों से विकास पर प्रतिकूल असर पड़ता है। उनका यह बयान तब आया है जब लोग नम्मा मेट्रो साइनबोर्ड पर हिंदी में संदेश लिखे जाने पर विरोध जता रहे हैं।

सिद्दारमैया ने केंद्र को पत्र लिखा है कि कर्नाटक सरकार मजबूर है और वह बेंगलुरु मेट्रो रेल कारपोरेशन को हिदायत दे रही है कि वह तुरंत साइनबोर्ड से हिंदी को हटाए। कन्नड़ विकास निगम को कहा गया है कि राष्ट्रीय व ग्रामीण बैंक का स्टाफ अगले छह माह में कन्नड़ सीख ले। 

उन्होंने बताया कि सरकार मेट्रो के तीसरे चरण की तैयारी कर रही है। इसमें 92 किमी मेट्रो का निर्माण किया जाएगा। उनका कहना था कि 2022 तक बेंगलुरु में मेट्रो की लाइन 250 किमी लंबी हो जाएगी। इससे यहां विकास को काफी बढ़ावा मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि गरीबों के लिए 101 कैंटीन बेंगलुरु में बुधवार से शुरू की जा रही हैं। इनमें शाकाहारी नाश्ते का पैकेट पांच रुपये में व खाना दस रुपये में मिलेगा। अभी ये 101 वार्डो में शुरू होंगी। बाकी वार्डो में दो अक्टूबर से ये चलाई जाएंगी। 

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