रिश्वत लेने के मामले में कर्नाटक के BJP विधायक मदल विरुपाक्षप्पा गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा मामला?

Tuesday, Mar 28, 2023 - 06:48 AM (IST)

नेशनल डेस्कः रिश्वत मामले में कर्नाटक के भाजपा विधायक मदल विरुपक्षप्पा को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। इस महीने की शुरूआत में भाजपा विधायक के बेटे प्रशांत कुमार को लोकायुक्त ने 40 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा था। इसके बाद लोकायुक्त ने विधायक के घर पर छापेमारी की। 40 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में पकड़े जाने के बाद मारे गये छापे में विधायक पुत्र के घर से छह करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब नकदी बरामद की।

भाजपा विधायक ने अपने बेटे के खिलाफ लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद केएसडीएल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। रिश्वत लेते हुए प्रशांत कुमार एमवी को रंगे हाथों पकड़े जाने के तीन दिन बाद रविवार को भी उसके पिता व भाजपा विधायक मदल विरुपक्षप्पा फरार हो गए थे। इसके बाद विरुपक्षप्पा ने जमानत के लिए कर्नाटक हाईकोर्ट का रुख किया। कर्नाटक हाईकोर्ट ने सशर्त जमानत दे दी।

कर्नाटक हाईकोर्ट ने खारिद की जमानत याचिका
कर्नाटक हाईकोर्ट ने सोमवार यानी 27 मार्च को कर्नाटक सोप्स एंड डिटरजेंट्स लिमिटेड (केएसडीएल) से जुड़े रिश्वत मामले में भाजपा विधायक मदल विरुपक्षप्पा की जमानत याचिका खारिज कर दी। हाईकोर्ट ने पिछले सप्ताह इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। 


कांग्रेस ने साधा था निशाना 
कांग्रेस ने कर्नाटक में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक के पुत्र की भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को कहा कि यह साबित हो गया है कि प्रदेश में ‘40 प्रतिशत कमीशन सरकार' है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘‘यह बहुत खराब है। यह साबित हो गया है कि कर्नाटक में 40 प्रतिशत कमीशन सरकार है।''

केजरीवाल बोले- डबल इंजन सरकार में डबल भ्रष्टाचार
आप संयोजक केजरीवाल ने कहा एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि 2018 के पिछले विधानसभा चुनाव के बाद से राज्य में भ्रष्टाचार दोगुना हो गया है। उन्होंने लोगों से भाजपा की 'डबल इंजन' सरकार को उखाड़ फेंक 'नए इंजन' वाली सरकार चुनने का आग्रह किया। भाजपा केंद्र और राज्य दोनों जगह उसकी सरकार के लिये ‘डबल-इंजन सरकार' शब्द का इस्तेमाल करती है। कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने आरोप लगाया कि राज्य में 40 फीसदी कमीशन की सरकार चल रही है। केजरीवाल ने आरोप लगाया, ‘‘कर्नाटक के लोग अच्छे हैं, लेकिन नेता अच्छे नहीं हैं। उन्होंने दुनिया के सामने राज्य को बदनाम और बर्बाद कर दिया। यहां 40 फीसदी कमीशन की सरकार है, जिसमें हर सार्वजनिक काम में 40 फीसदी कट लिया जाता है।''

भाजपा विधायक ने दी थी सफाई
अपने मकान और कार्यालय से 8.23 करोड़ रुपये जब्त होने के बाद भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक मदल विरुपक्षप्पा ने मंगलवार को कहा कि उन्हें उक्त धनराशि सुपारी की बिक्री से मिली थी। चन्नागिरि से विधायक एवं कर्नाटक सोप्स एंड डिटर्जेंट लिमिटेड के अध्यक्ष वीरुपक्षप्पा ने उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद चन्नेशपुर में संवाददाताओं से कहा कि यह भारत के इतिहास में पहली बार है कि सत्तारूढ़ दल के विधायक के खिलाफ छापा मारा गया। यह स्वीकार करते हुए कि उनके घर में मिला धन उनके परिवार का है, भाजपा विधायक ने कहा, ‘‘हमारे तालुक को सुपारी की भूमि के रूप में जाना जाता है। हमारी सुपारी भूमि में एक साधारण किसान के घर में पांच से छह करोड़ रुपये होते हैं। मेरे पास 125 एकड़ सुपारी का खेत, सुपारी का बाजार है और मेरे कई अन्य व्यवसाय भी हैं। मैं लोकायुक्त को उचित दस्तावेज प्रस्तुत करूंगा और अपना पैसा वापस लूंगा।''

विधायक ने दिया इस्तीफा
विरुपक्षप्पा ने शुक्रवार को इस पद से इस्तीफा दे दिया। मुख्यमंत्री को भेजे अपने त्याग पत्र में उन्होंने कहा कि उनके और लोकायुक्त अधिकारियों के छापे के बीच कोई ‘संबंध' नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने इस कार्रवाई को अपने और अपने परिवार के खिलाफ साजिश करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘इसके बावजूद, चूंकि मेरे खिलाफ आरोप लगाया गया है, तो मैं नैतिक जिम्मेदारी ले रहा हूं और केएसडीएल अध्यक्ष के पद से अपना इस्तीफा सौंप रहा हूं।''

सीएम ने इस्तीफे की मांग को किया था खारिज
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कांग्रेस की उनके इस्तीफे की मांग को शनिवार को खारिज कर दिया। विपक्षी दल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक मदल वीरुपक्षप्पा के बेटे प्रशांत कुमार एम वी के यहां से 8.23 करोड़ रुपये की बरामदगी के बाद मुख्यमंत्री से त्याग पत्र मांगा था। बोम्मई ने कहा कि कांग्रेस के पास इस्तीफा मांगने के अलावा कोई काम नहीं है।

सुप्रीम कोर्ट ने मांगा जवाब
सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक मदल विरुपक्षप्पा से कर्नाटक सोप्स एंड डिटरजेंट्स लिमिटेड (केएसडीएल) निविदा घोटाला मामले में उन्हें मिली अग्रिम जमानत को चुनौती देने वाली कर्नाटक लोकायुक्त की याचिका पर सोमवार को जवाब मांगा। जस्टिस अनिरुद्ध बोस और जस्टिस सुधांशु धूलिया की पीठ ने भाजपा विधायक को नोटिस जारी किया। 

अगले महीने कर्नाटक में विधानसभा चुनाव
दरअसल, कर्नाटक में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं। 224 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 25 मई तक है। इससे पहले चुनाव आयोग कर्नाटक में विधानसभा चुनाव कराने की तैयारी कर रहा है। अप्रैल के दूसरे सप्ताह में चुनावों की घोषणा हो सकती है। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कर्नाटक में भाजपा  104 विधानसभा सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी लेकिन बहुमत के आंकड़े से पीछे रह गई।

इसके बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई लेकिन यह सरकार अपना 1 साल का कार्यकाल भी पूरा नहीं कर रही और कांग्रेस के 15 विधायकों ने बगावत कर दी। बाद में बागी विधायकों के समर्थन से भाजपा ने राज्य में सरकार बनाई। इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा के सामने सत्ता बरकरार रखने की बड़ी चुनौती है। कांग्रेस, जेडीएस के साथ साथ आम आदमी पार्टी भी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में ताल ठोक रही है।

Yaspal

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