कर्नाटक विधानसभा चुनाव: वंशवाद से आरोप मुक्त नहीं हुई कांग्रेस, टिकट बंटवारे में दिखी झलक
Tuesday, Apr 17, 2018 - 12:36 PM (IST)
नेशनल डेस्क (आशीष पाण्डेय): कांग्रेस ने 12 मई को कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पहली सूची में 218 उम्मीदवारों के नाम जारी कर दी है। इस बार कांग्रेस ने कर्नाटक चुनावों में "एक परिवार, एक टिकट" फार्मूला को लागू नहीं किया है। कांग्रेस ने टिकट बंटवारे में वंशवाद की छाप स्पष्ट रूप से देखने को मिला। इस बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री और उनके बेटे, गृह मंत्री और उनकी बेटी, कानून मंत्री और उनके बेटे को टिकट दिए गए हैं। कांग्रेस ने यह फॉमूला बीते साल पंजाब चुनाव में लागू किया था। कांग्रेस पार्टी की घोषणा के मुताबिक कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया मैसूर की चांमुडेश्वरी विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे।
वरुणा विधानसभा सीट से सिद्धारमैया के बेटे मैदान में उतरेंगे
अभी तक अटकलें लगाई जा रही थी कि वे उत्तर कर्नाटक के बागलकोट जिले में दूसरे निर्वाचन क्षेत्र, बादामी से चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं बतादें सिद्धारमैया वरुणा विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं लेकिन अब इस वरुणा विधानसभा सीट से उनके बेटे यतींद्र चुनावी मैदान में उतरेंगे। सिद्धारमैया ने 1983 में लोकदल के टिकट पर चामुंडेश्वरी से विधानसभा में अपनी शुरुआत की थी। अब तक इस सीट पर उन्हें पांच बार जीत और दो बार हार हासिल मिली। सूत्रों की मानें तो 12 मौजूदा विधायकों को छोड़कर सभी मंत्रियों को टिकट दिया है।
इन नेताओं के बच्चों को दिया गया विधानसभा चुनाव का टिकट
कांग्रेस की इस पहली सूची में करीब 15 महिला उम्मीदवार और सात पूर्व जेडी-एस और दो पूर्व भाजपा विधायक शामिल हैं। ये चेहरे इस साल की शुरुआत में पार्टी में शामिल हुए थे। गृह मंत्री रामलिंगा रेड्डी बीटीएम लेआउट से चुनाव लडेंगे। वहीं जयनगर विधानसभा क्षेत्र (बेंगलुरु) से उनकी बेटी सौम्या आर मैदान में उतरेंगी। कानून मंत्री टी. बी. जयचंद्र के पुत्र संतोष जयचंद्र को चिकनायकनहल्ली विधानसभा सीट (टुमकुर) से टिकट दिया गया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता के बेटे प्रियंका खड़गे के बेटे को टिकट दिया गया। यह वह गुलबर्गा जिले के चितापुर (आरक्षित) सीट से चुनाव लड़ेंगे।
इन विधायकों ने मना किया और इन विधायकों ने टिकट लिया
वहीं जिन विधायकों ने टिकट लेने से मना कर दिया उनमें बागी से बसवरराज शिवनेवर, हंगल के मनोहर तहसीलदार, माइकुंडा से शिव मोरती नायक, तुरुवरेवर से श्रीनिवास और तुरुविरेवीर के शारबशेरी का नाम शामिल है। वहीं भारतीय जनता पार्टी के के पूर्व विधायक नागेंद्र और आनंद सिंह और जेडी-एस के पूर्व विधायक जमीर अहमद खान, चेल्लुवार अइसामी, इक्बाल अन्सारी, अखाडा श्रीनिवास मुरुथी, ब्लाक्रीश्ना, भीमा नायक और रमेश बेंडी सिद्धघौड़ा को टिकट दिए गए। इन लोगों ने हाल ही में कांग्रेस ज्वाइन की है।
कांग्रेस ने इस बार इन नए चेहरों को थामी मैदान की कमान
वहीं पार्टी ने अभी तक सिंदगी, किटटूर, नागथाना, मेलुकोटे, रायचूर और शांतिनगर विधानसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। कांग्रेस द्वारा मैदान में आने वाले नए चेहरों में समथराज, अंजली निंबालकर, जी पदमावती, रूपा शशिधर, एच एस मंजुनाथ, के फातिमा, मधु मधे गौदा, एमडी लक्ष्मीनारायण वाणी, कृष्ण रेड्डी, कीर्तन रडेश गौड़ा, बी सुरेश सिद्धया, बी मांजुगौडा और ए एल पुष्पा आदि शामिल हैं। बतादें कि कर्नाटक में 224 विधानसभा सीटों के लिए 12 मई को मतदान कराया जाएगा। इसके बाद 15 मई को परिणाम आएंगे।
आत्मदाह का प्रयास
कई टिकट आकांक्षियों के समर्थकों ने हंगामा शुरु कर दिया है। कांग्रेस दफ्तरों में तोड़फोड़ की, राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित कर दिया और बेंगलुरू में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किए। विजयपुरा, तुमाकुरू, धारवाड़ और चिकमंगलुरू जिले में भी प्रदर्शन हुए। पुलिस ने बताया कि तुमाकुरू जिले के तिपतुर में एक व्यक्ति ने अपने नेता के. शदाक्षरी को टिकट नहीं देने पर अपने शरीर पर केरोसिन तेल छिड़ककर कथित तौर पर आत्मदाह का प्रयास किया। उडुपी में भी प्रदर्शन हुए जहां उदयकुमार शेट्टी के समर्थकों ने आरोप लगाया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली के कहने पर उन्हें टिकट नहीं दिया गया। नेलामंगला में अंजनामूर्ति के सैकड़ों समर्थकों ने अपने नेता को टिकट नहीं मिलने के विरोध में तुमाकुरू जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित कर दिया।