कारगिल विजय दिवस: 20 साल पहले जब भारतीय सेना के शौर्य के आगे PAK ने टेके थे घुटने

Friday, Jul 26, 2019 - 08:34 AM (IST)

नेशनल डेस्कः साल 1999 में मई का महीना चल रहा था जब भारतीय सेना को सूचना मिली कि पाकिस्तानी सैनिकों और कश्मीरी आतंकियों को कारगिल की चोटी पर देखा गया है। पाकिस्तानियों का भारतीय सीमा में घुसना कोई छोटी बात नहीं थी वह भारत की जमीन पर कब्जा करने के लिए आगे बढ़ रहे थे। तब शुरु हुआ करगिल युद्ध। कारगिल विजय दिवस को आज पूरे 20 साल हो गए हैं। हर भारतीय के लिए 26 जुलाई गर्व का दिन है। इस दिन न सिर्फ भारतीय सेना पाकिस्तानी सैनिकों को करगिल की पहाड़ियों से वापस खदेड़ दिया था, बल्कि यह भी साबित किया कि भारत की तरफ आंख उठाने वाले को गंभीर अंजाम भुगतने पड़ सकते हैं।

8 मई 1999 से शुरू हुआ कारगिल युद्ध 26 जुलाई को खत्म हुआ था। 60 दिन चले इस युद्ध में भारत ने अपने कई वीर सपूत गवाए लेकिन जवानों ने भारत माता का शीश झुकने नहीं दिया। इस ऑप्रेशन में पाकिस्तान घुटने टेकने को मजबूर हो गया था। पाक सेना ने अपने 5000 जवानों को कारगिल पर चढ़ाई करने के लिए भेजा था, पाकिस्तान 1998 से इस युद्ध की तैयारी कर रहा था और अचानक ही भारत पर हमला करना चाहता था लेकिन भारतीय जवानों के अदम्य साहस और वीरत के सामने पाकिस्तान के यह घुसपैठिए अधिक दिनों तक नहीं टिक पाए।

द्रास और करगिल की फिजाओं में आज भी शहीद जवानों की वीर गाथा के किस्से गूंजते हैं जो शरीर में एक सिरहन पैदा कर देते हैं। कारगिल युद्ध के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इस बात को स्वीकारा था कि यह लड़ाई पाकिस्तानी सेना के लिए एक आपदा साबित हुई। पाकिस्तान के इस युद्ध में 2700 से ज्यादा सैनिक मारे गए थे।

Seema Sharma

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