सामने आया एनकाउंटर से पहले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का आखिरी VIDEO
Friday, Jul 10, 2020 - 05:15 PM (IST)
नई दिल्ली: कुख्यात अपराधी एवं कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले का मुख्य आरोपी विकास दुबे शुक्रवार सुबह कानपुर के भौती इलाके में कथित पुलिस मुठभेड़ मे मारा गया। पुलिस के अनुसार उज्जैन से कानपुर लाते समय हुए सड़क हादसे में एक पुलिस वाहन के पलटने के बाद दुबे ने भागने का प्रयास किया। तभी पीछे से एस्कार्ट कर रहे एसटीएफ के जवानों ने उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की और उसी दौरान उसने एसटीएफ पर गोली चला दी जिसके जवाब में जवानों ने भी गोली चलाई और वह घायल होकर गिर पड़ा। जवान उसे अस्पताल लेकर गये जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस बीच विकास दुबे का मौत से पहले का वीडियो सामने आया है जिसमें उसे आखिरी बार टोल प्लाजा पर देखा गया था।
#WATCH Media persons, who were following the convoy bringing back gangster Vikas Dubey, were stopped by police in Sachendi area of Kanpur before the encounter around 6.30 am in which the criminal was killed. (Earlier visuals) pic.twitter.com/K1B56NGV5p
— ANI UP (@ANINewsUP) July 10, 2020
दरसअल यूपी एसटीएफ की टीम जिस कार में विकास दुबे को मध्यप्रदेश से उत्तर प्रदेश ला रही थी उसे आखिरी बार कानपुर से पहले बड़ा टोल प्लाजा से गुजरते हुए देखा गया था। एसटीएफ की टीम विकास को लेकर इसी लाइन से तेजी के साथ गुजरी थी। उज्जैन से एसटीएफ टीम के पीछे चल रही मीडिया की गाडिय़ों को घटनास्थल से करीब 20 किलोमीटर पहले पुलिस ने रोक दिया था। टोल टोल प्लाजा में हर एक की सख्ती से तलाशी ली जा रही थी।
दुबे ने रियल इस्टेट में आजमाए थे हाथ
दुबे ने रियल इस्टेट में हाथ आजमाए, जिला स्तर का एक चुनाव भी जीता और राजनीतिक हस्तियों के साथ भी नजर आया। अपने क्षेत्र में दबदबा बनाने वाला दुबे पिछले शुक्रवार को उस वक्त सुर्खियों में आया जब उसके खिलाफ कार्रवाई करने गए आठ पुलिसकर्मियों पर गोलियों की बौछार करते हुए उन्हें मौत के घाट उतारने की सनसनीखेज घटना हुई। इस घटना के कुछ ही घंटों बाद विकास दुबे की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी, जिसमें वह एक कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के एक मंत्री के साथ दिखाई दे रहा था। कांग्रेस ने दावा किया था कि यह दिखाता है कि उसे राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है। इसके अलावा, एक अन्य तस्वीर में दुबे जिला पंचायत के चुनाव में अपनी पत्नी रिचा दुबे के लिए वोट मांगते हुए दिखाई दे रहा था। रिचा यह चुनाव घिमाऊ से जीती थीं और बिकरू गांव इसी जिला पंचायत के अंतर्गत आता है। इस पोस्टर में दो नेताओं की भी तस्वीरें हैं जो दिखाती है कि कुख्यात अपराधी की पत्नी को भी नेताओं का समर्थन था। ये दोनों अब विपक्ष में हैं। अधिकारियों के मुताबिक, वर्ष 2000 में दुबे ने जेल में रहते हुए खुद भी जिला पंचायत चुनाव में शिवराजपुर सीट से जीत हासिल की थी। उस दौरान वह हत्या के मामले में जेल में बंद था।