गुरु आज से करेंगे धनु राशि में गोचर

Tuesday, Nov 05, 2019 - 08:24 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

वृश्चिक और कुंभ राशि को फायदा, मकर राशि वालों के बढ़ेंगे खर्चे

ज्योतिष में धन, समृद्धि, पुत्र और विद्या के कारक ग्रह गुरु देव 5 नवम्बर सुबह राशि परिवर्तन कर गए हैं। गुरु ने वृश्चिक राशि से निकल कर अपनी मूल त्रिकोण राशि धनु में प्रवेश किया है और फिर इसके बाद अगले साल 20 नवम्बर को मकर राशि में गुरु का गोचर होगा। पंजाब केसरी इस गोचर के मेष से लेकर कन्या राशि तक के जातकों पर पडऩे वाले प्रभाव को लेकर पहले ही जानकारी प्रकाशित कर चुका है। आज हम तुला से लेकर मीन राशि के जातकों पर पडऩे वाले गुरु के प्रभाव की चर्चा करेंगे। 

तुला : इस राशि के जातकों के लिए तीसरे भाव से गुरु का गोचर शुभ नहीं है। इस राशि के जातकों को भाइयों के साथ वाद-विवाद से बचना होगा। आप जीवन संबंधी फैसले लेने में असमंजस की स्थिति से गुजर सकते हैं। साथ ही गुरु के इस गोचर के दौरान आप व्यर्थ के वाद-विवाद में भी फंस सकते हैं, लिहाजा कार्यस्थल पर विवाद से बचने की कोशिश करें।

वृश्चिक : राशि के जातकों के लिए गुरु का यह गोचर शुभ है। गुरु इस राशि के लिए दूसरे और 5वें भाव के स्वामी हो जाते हैं। लिहाजा धन भाव में गुरु के आने से आपको आर्थिक तौर पर फायदा होगा। गुरु दूसरे और 5वें भाव के कारक भी हैं, लिहाजा इन दोनों भावों से संबंधित फल मिलेंगे। जो लोग उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाना चाहते हैं, उनके लिए यह गोचर शुभ है। 

धनु: धनु राशि के जातकों के लिए चंद्रमा के ऊपर से गुरु का गोचर शुभ नहीं है। हालांकि 5वें, 7वें और 9वें भाव पर गुरु की दृष्टि के चलते इन भावों से संबंधित फल मिल सकते हैं लेकिन ऐसा तभी होगा, यदि जातकों की कुंडली में अष्टक वर्ग में गुरु के अच्छे अंक होंगे और साथ ही जातकों की महादशा भी अच्छी चल रही होगी। इसके अलावा धार्मिक यात्रा के भी योग हैं। 

मकर : मकर राशि के लिए गुरु का 12वें भाव से गोचर खर्चे बढ़ाने वाला होगा। इस भाव में विराजमान गुरु की दृष्टि 6वें व 8वें भाव में भी पड़ेगी लिहाजा दुर्घटना और लम्बी बीमारी का योग भी है। इस राशि के जातकों को अपने खान-पान का खास ध्यान रखना होगा। अदालत संबंधी मामलों में मकर राशि के जातकों को निराशा हाथ लग सकती है। 

कुंभ : इस राशि के जातकों के लिए 11वें भाव से गुरु का गोचर शुभ है। गुरु इस राशि में धन और लाभ भाव के स्वामी हो जाते हैं, लिहाजा वित्त से जुड़े मामलों में गुरु अच्छे फल करेंगे। इसके साथ ही बड़े भाई के साथ संबंध सुधरेंगे और कुटुम्भ में भी बिगड़े संबंधों में सुधार के योग हैं। मेहमानों का आना-जाना लगा रहेगा और आप अपनी वाणी से अपने करीबियों को प्रभावित करेंगे। 

मीन : मीन राशि के लिए 10वें भाव में गुरु का गोचर शुभ नहीं है। इस राशि में गुरु दोनों केंद्रों के स्वामी हो जाते हैं लेकिन इसके बावजूद 10वें भाव का गोचर शुभ नहीं माना गया। इस राशि के जातकों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है क्योंकि राशि का स्वामी गुरु शनि व केतू के साथ आ जाएगा, लिहाजा स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है।

प्रस्तुति: नरेश


 

Niyati Bhandari

Advertising