कर्क राशि के जातकों को नई नौकरी दिला सकता है गुरु का गोचर

Saturday, Nov 02, 2019 - 08:50 AM (IST)

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जालंधर (नरेश): ज्योतिष में धन, संतान और विद्या के कारक ग्रह गुरु के 5 नवम्बर को होने वाले धनु राशि के गोचर की विशेष शृंखला में आज हम गुरु के इस गोचर के कर्क राशि पर पडऩे वाले प्रभाव की चर्चा करेंगे। कर्क राशि से गुरु छठे भाव में गोचर करेंगे और छठे भाव से गुरु का गोचर शुभ नहीं माना जाता, लिहाजा इस राशि के लिए गुरु के कारक तत्वों की हानि होगी। मोटे तौर पर कर्क राशि के लिए गुरु का यह शुभ गोचर नहीं है लेकिन इसके बावजूद कई मायनों में गुरु इस राशि के जातकों के लिए अच्छे फल भी देगा।

पिता की सेहत के लिए अच्छा नहीं
गुरु इस राशि में छठे भाव में गोचर करते वक्त दसवें भाव पर दृष्टि डालेंगे। यह भाव कर्म का भाव है गुरु का कर्म भाव से नौवें भाव में गोचर करियर के लिहाज से शुभ होगा, क्योंकि न सिर्फ गुरु की इस भाव पर दृष्टि होगी बल्कि गुरु इस भाव से त्रिकोण में भी आ जाएंगे। लिहाजा जिन लोगों को नौकरी का इंतजार है उन्हें नौकरी मिल सकती है, लेकिन कर्क राशि के जातकों को अपने पिता की सेहत के लिहाज से सतर्क रहना होगा क्योंकि नौवें भाव के मालिक का छठे भाव में जाना शुभ नहीं है। इतना ही नहीं छठे भाव में गुरु के आने से प्रापर्टी अथवा अन्य निवेश योजनाओं में निवेश करने से पैसा फं स सकता है और धन हानि हो सकती है। लिहाजा नए निवेश से बचना चाहिए, खास तौर पर कर्ज लेकर निवेश न किया जाए। गुरु की बारहवें भाव पर दृष्टि से खर्च बढ़ सकता है, हालांकि यह खर्च शुभ कार्यों के लिए ही हो सकता है।

सन्तान के लिहाज से शुभ नहीं गोचर
कर्क राशि के जो जातक सन्तान के लिए कोशिश कर रहे हैं उनके लिए गुरु का छठे भाव में जाना शुभ नहीं है। लिहाजा सन्तान प्राप्ति के इच्छुक दंपति सोच समझ कर इस बारे में फैसला लें क्योंकि गुरु पंचम भाव का कारक ग्रह है और इसका छठे भाव में जाना सन्तान के लिहाज से अच्छा नहीं है। हालांकि यदि कर्क राशि के जातकों के अष्टकवर्ग में गुरु के अंक धनु राशि में अच्छे हैं तो उनके लिए गुरु इतना ज्यादा अशुभ फल नहीं देगा। कर्क राशि के जिन जातकों की कुंडली में गुरु अच्छी स्थिति में है और महादशा अच्छी चल रही है तो उन्हें महादशा का अच्छा फ ल मिलता रहेगा।


 

Niyati Bhandari

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