असांजे की रिहाई और अमेरिका के गुनाह का खुला राज, रिपोर्ट में मायावती को लेकर Shocking खुलासे
punjabkesari.in Wednesday, Jun 26, 2024 - 10:58 AM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः दुनिया की काली करतूतों का पर्दाफाश करने वाले विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे मंगलवार को लंदन की जेल से रिहा होने के बाद साइपन से ऑस्ट्रेलिया रवाना हो गए। असांजे ने अमेरिकी सेना से जुड़े गोपनीय दस्तावेज हासिल करने और उन्हें प्रकाशित करने का जुर्म स्वीकार कर लिया है। विमान नार्दन मारियाना द्वीप समूह की राजधानी साइपन से अब ऑस्ट्रेलिया की ओर जा रहा है और इसी के साथ गोपनीय दस्तावेज प्रकाशित करने से जुड़े उस कानूनी मामले का निपटारा हो गया जो वर्षों तक कई महाद्वीपों में चर्चा का विषय रहा।
अमेरिका ने की डील
अमेरिकी न्याय विभाग के साथ हुए समझौते के तहत असांजे को उसके द्वारा किए गए गंभीर जुर्म को स्वीकार करना था और बदले में उन्हें अमेरिकी जेल में समय बिताए बिना अपने गृह देश ऑस्ट्रेलिया लौटने की अनुमति दी गयी है। न्यायाधीश ने उसे पांच साल की सजा सुनाई। असांजे ब्रिटेन में सलाखों के पीछे इतना वक्त गुजार चुके हैं। उन्हें लेकर विमान ऑस्ट्रेलिया की ओर बढ़ रहा है। इराक और अफगानिस्तान में अमेरिका के युद्ध अपराधों के आरोप लगाने वाले असांजे पर जासूसी के आरोप थे। बताया जा रहा है कि 52 साल के असांजे के आगे झुकते हुए अमेरिका ने उनसे एक डील की है, जिसके बाद उनकी रिहाई संभव हो पाई। इस समझौते में उन्होंने अमेरिका की जासूसी की बात मान ली है।
खाली निजी विमान से सैंडल मंगवाती रहीं उत्तर प्रदेश की CM
आरोपों को मानने के बाद असांजे को 62 महीने यानी 5 साल 2 महीने की जेल की सजा सुनाई जाएगी। हालांकि, असांजे ने ब्रिटेन की जेल में करीब पांच साल यानी 1901 दिन बिताए हैं तो इससे उनकी सजा पूरी मानी जा सकती है। इसके बाद वह अपने मूल देश ऑस्ट्रेलिया लौट सकते हैं। असांजे की वेबसाइट विकिलीक्स ने 2011 में उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए थे और उन्हें तानाशाह और भ्रष्ट करार दिया था। 23 अक्टूबर, 2008 के एक केबल में कहा गया था कि मायावती को जब भी जरूरत होती, वह अपनी पसंद की सैंडल मंगवाने के लिए अपने एक निजी विमान को खाली मुंबई भेजा करती थीं।
प्रधानमंत्री बनना चाहती हैं मायावती
खुलासे में यह भी कहा गया था कि मायावती प्रधानमंत्री बनना चाहती हैं।मायावती को हमेशा अपनी जान का खतरा सताता रहता है। केबल के मुताबिक, मायावती को यह डर लगता था कि कोई उनके खाने में जहर मिला देगा इसीलिए उन्होंने फूड टेस्टर्स की नियुक्ति की थी। उनके खाना खाने से पहले कोई कर्मचारी उसे चखता है। मायावती के किचन में खाना बनाने वाले रसोइयों की निगरानी भी की जाती है। मायावती ने अपने आवास से सीएम दफ्तर तक जाने के लिए प्राइवेट रोड बनवाया था। दफ्तर जाने से पहले वह सड़क धुलवाया करती हैं। विकिलीक्स ने यह भी खुलासा किया था कि मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने 1976 में परमाणु डील से जुड़ी अहम जानकारी अमेरिका को दे दी थी। ऐसी रिपोर्टों के बाद भारत में बहुत बवाल मचा था।