न्यायाधीशों की चेतावनी आंतरिक मामला नहीं : उमर

Saturday, Jan 13, 2018 - 05:55 PM (IST)

श्रीनगर : पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज कहा कि उच्चतम न्यायालय के चार वरिष्ठतम न्यायाधीशों  की यह चेतावनी कि लोकतंत्र खतरे में है ,सर्वोच्च न्यायालय का आंतरिक मामला नहीं है तथा यह मुद्दा हर भारतीय के लिए चिंता का विषय होना चाहिए। मुख्य विपक्षी नेशनल कॉन्फ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष अब्दुल्ला ने कहा कि चार न्यायाधीशों में से एक न्यायमूर्ति चेलमेश्वर की 2जी घोटाले में बरी हुए डी राजा के साथ की गयी बैठक जल्दबाजी में उठाया गया गलत कदम था। अब्दुल्ला ने ट्विटर पर ट्वीट किया कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। कल माननीय न्यायाधीशों ने यह चेतावनी दी। इसलिए यह मुद्दा माननीय सर्वोच्च न्यायालय का आंतरिक मामला नहीं है उन्होंने आगे कहा यह भारतीय जनता पार्टी बनाम कांग्रेस या राहुल बनाम मोदी का मुद्दा नहीं है।


यह एक ऐसा मुद्दा है जो हर भारतीय की चिंता का विषय है।भारत में लोकतंत्र देश का मूल आधार है। हम दुनिया को यह कहने में गर्व करते हैं कि हम सबसे बड़े लोकतंत्र का हिस्सा हैं, भले ही हमारा लोकतंत्र सबसे पुराना या महानतम न हो। उच्चतम न्यायालय के चार वरिष्ठत्म न्यायाधीश भारत के लोकतंत्र पर खतरा महसूस करते हैं तो हम इसे अनदेखा नहीं कर सकते।

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