JNU: भूख हड़ताल पर बैठे कन्हैया कुमार हुए बेहोश

Thursday, May 05, 2016 - 07:30 PM (IST)

नई दिल्ली: भूख हड़ताल पर बैठे जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार का ग्लूकोज लेवल घट गया है,जिस वजह से वे बेहोश हो गए हैं। उन्हें यूनिवर्सिटी कैंपस के मेडिकल सेंटर ले जाया गया है। कन्हैया का रक्तचाप गिरकर 56.80 रह गया और रक्त में ग्लूकोज का स्तर भी तेजी से घट गया। इसकी वजह से कन्हैया को लगातार उलटी होने लगी और उनकी हाल बिगड़ गई। डाक्टरों का कहना है कि यदि कन्हैया ने भूख हड़ताल जारी रखी तो उनका स्वास्थ्य और खराब हो सकता है और आंतरिक रक्तस्राव की आशंका बनी हुई है। कन्हैया ने भूख हड़ताल खत्म करने से इंकार कर दिया है जिसे देखते हुए डाक्टर उल्टी रोकने के इंजेक्शन दे रहे हैं। 
 
गौरतलब है कि हड़ताली छात्रों के गिरते स्वास्थ्य को देखते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति ने कल उनसे भूख हड़ताल खत्म करने की अपील की थी।  विश्वविद्यालय में इस वर्ष नौ फरवरी को हुये एक कार्यक्रम के दौरान देश विरोधी नारों की जांच के लिए गठित की गई उच्चस्तरीय समिति की सिफारिशों के आधार पर दंडित छात्रों के समर्थन कन्हैया और 19 अन्य छात्र 28 अप्रैल से भूख हड़ताल पर बैठे हैं।  
 
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति से आज दिन में मुलाकात की थी और जेएनयू छात्र संघ के संयुक्त सचिव तथा एबीवीपी के सदस्य सौरभ शर्मा पर लगाए गए जुर्माने को वापस लेने पर विचार विमर्श किया था। श्री शर्मा पर समिति ने विश्वविद्यालय परिसर में यातायात को बाधित करने का दोषी मानते हुए दस हजार रुपए का जुर्माना लगाया था।   
 
आपको बता दें कि नौ फरवरी को एक समारोह के दौरान विश्वविद्यालय परिसर में राष्ट्रविरोधी नारे लगे थे और संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु का गुणगान किया गया था। इसके बाद कन्हैया कुमार,उमर खालिद और अनिर्वान भट्टाचार्य को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मामले की जांच करने वाली कमेटी ने कन्हैया कुमार पर दस हजार का जुर्माना लगाया था और खालिद और भट्टाचार्य पर एक-एक सत्र के लिए रोक लगा दी थी। एक अन्य छात्र मुजीब गल्लू पर दो सत्र की रोक लगाई गई थी। खालिद को 13 मई तक 20 हजार रुपए जुर्माना भी अदा करने को कहा गया था।  
 

 

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