बंगाल में सियासी उथल-पुथल पर बोले जितिन प्रसाद, भाजपा-टीएमसी एक ही थैली के चट्टे-बट्टे

Sunday, Dec 20, 2020 - 08:41 PM (IST)

नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले तृणमूल कांग्रेस के कई नेता पार्टी छोड़ रहे हैं तो भाजपा ने अभी से पूरी ताकत झोंक दी है। इस बीच, कांग्रेस के पश्चिम बंगाल प्रभारी जितिन प्रसाद ने आरोप लगाया कि भाजपा, तृणमूल एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं और वाम दलों के साथ गठबंधन को लेकर जल्द फैसला किया जाएगा।

प्रसाद ने दावा किया, ''पश्चिम बंगाल में गठबंधन को लेकर कांग्रेस किसी पसोपेश में नहीं है। जमीन पर वामपंथी दलों के साथ हमारे संयुक्त कार्यक्रम चल रहे हैं। केंद्र एवं प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन चल रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अधिकतर लोगों का विचार है कि हम वाम दलों के साथ गठबंधन करें। प्रदेश इकाई के नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष को फैसले के लिए अधिकृत कर दिया है। बहुत जल्दी फैसला हो जाएगा।''

भाजपा के खिलाफ कांग्रेस और वामदलों के तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की संभावना को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसी चर्चा जो कर रहे हैं वो ही लोग बताएंगे। उन्होंने कहा, ''वाम दलों के साथ हमारा जमीन पर संयुक्त कार्यक्रम चल रहा है और प्रदेश सरकार का विरोध किया जा रहा है। फिर ऐसी बात कहां से आ गई?'' प्रसाद ने जोर दिया कि कांग्रेस तो चुनाव की तैयारियों में जुटी है। पार्टी के सभी संगठन और प्रदेश इकाई पूरी ताकत से लगी हुई है। आने वाले समय में पूरे दमखम के साथ चुनाव प्रचार होगा। उन्होंने दावा किया कि चुनाव परिणाम आश्यचर्यजनक होंगे और पार्टी का प्रदर्शन बहुत अच्छा होगा।

चुनाव से पहले दल-बदल को लेकर कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा और तृणमूल कांग्रेस एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं। इन्होंने दूसरी पार्टियों को तोड़ने में महारत हासिल कर रखी है। ये सत्ता और धन का दुरुपयोग करके ऐसा करते हैं। तृणमूल ने पहले कांग्रेस के लोगों को तोड़ा और आज भाजपा उन्हें तोड़ रही है। इसमें जनता और बंगाल का कोई भला नहीं होना है।

प्रदेश में कांग्रेस और वाम दलों के लिए संभावनाओं को लेकर प्रसाद ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोगों ने भाजपा को लोकसभा चुनाव में बड़ा समर्थन दिया था और अब राज्य के लोग जानना चाहते हैं कि केंद्र सरकार से प्रदेश को क्या मिला? उन्होंने कहा, ''मैंने वहां देखा कि भाजपा की मंशा बंगाल के संस्कार एवं संस्कृति तोड़ने और गुजरात मॉडल लागू करने की है। रवींद्र नाथ टैगोर का अपमान किया जा रहा है। इससे जनमानस में ठेस पहुंचती है।''

वरिष्ठ नेता ने कहा कि बंगाल ने अब तक धर्म और जाति पर वोट नहीं दिया है। बंगाल की पहचान को बदलने का जो प्रयास हो रहा है उसमें सफलता नहीं मिलेगी। बंगाल में एआईएमआईएम को कांग्रेस के लिए चुनौती के सवाल पर प्रसाद ने कहा कि जनता ने इन्हें (ओवैसी) पहचान लिया है कि ये कुछ पार्टियों के इशारे पर काम करते हैं और किसी एक पार्टी को फायदा पहुंचाना चाहते हैं। पश्चिम बंगाल में वह पूरी तरह बेनकाब हो जाएंगे। वैसे भी काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती।

Yaspal

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